पहलगाम हमला : आतंकी ने पहले पूछा धर्म और फिर लाइन में खड़ा कर मारी गोली, मृतक शैलेश की पत्नी ने बताया आंखों देखा हाल

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सूरत, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए सूरत के शैलेश कलथिया की पत्नी शीतल कलथिया का बयान आया है। उन्होंने आईएएनएस से खास बातचीत में बताया कि जिन लोगों ने कलमा नहीं पढ़ा, उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।

शैलेश कलथिया की पत्नी शीतल कलथिया ने घटना वाले दिन को याद करते हुए बताया कि हम सभी लोग घटनास्थल के पास नाश्ता कर रहे थे, तभी अचानक फायरिंग की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई और सभी लोग छिपने के लिए इधर-उधर भागने लगे। लेक‍िन हमें आतंकियों से छिपने का मौका नहीं मिला और वे हमारे सामने आकर खड़े हो गए।

शीतल कलथिया ने बताया, “आतंकियों ने हमसे कहा कि जो हिंदू हैं, वे अलग खड़े हो जाएं और जो मुसलमान हैं, वे दूसरी ओर खड़े हो जाएं। इस दौरान उन्होंने कलमा पढ़ने के लिए कहा और उसके बाद हिंदू भाइयों को गोली मार दी। वहां मौजूद सभी लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को गोली लगते हुए देखा और कोई कुछ भी नहीं कर पाया।”

उन्होंने कहा, “आतंकियों ने चेतावनी दी कि अगर कोई अपनी जगह से हिला तो वे उसे भी गोली मार देंगे। इस वजह से कोई भी अपनी जगह से नहीं हिला। इसके बाद वहां स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि तुरंत ही अपने बच्चों को लेकर वहां से चले जाएं, अगर आतंकी फिर आ गए तो वे किसी को भी गोली मार सकते हैं। इसके बाद मुझे अपने पति को घटनास्थल पर छोड़कर वहां से जाना पड़ा।”

शीतल कलथिया ने बताया कि आतंकी लंबी हाइट का था और उसने हरे रंग का कपड़ा पहन रखा था। साथ ही चेहरे पर लंबी दाढ़ी थी और उसने नमाज पढ़ने वाली टोपी पहन रखी थी और उसके पास एक बड़ी बंदूक भी थी।

शीतल ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा, “मैं इतना ही कहूंगी कि या तो सरकार को वह जगह बंद कर देनी चाहिए या फिर वहां सुरक्षा-व्यवस्था को बढ़ाना चाहिए, ताकि किसी और की जान नहीं जाए।”

बता दें कि पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी।