नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने आईएएनएस से खास बातचीत में राहुल गांधी के जातीय जनगणना और आर्थिक सर्वे करवाने की मांग का समर्थन किया है। इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायुसेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सरकार से इस हमले की जांच करवाने की मांग की है।
राहुल गांधी के जातीय जनगणना करवाने के आईएएनएस के सवाल पर राशिद अल्वी ने कहा कि जातीय जनगणना पर बिल्कुल रायशुमारी होनी चाहिए। देश के अंदर किस जाति के कितने लोग हैं, जाति की बुनियाद पर इस बार चुनाव हो रहे हैं। जाति हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण फैक्टर है, इसलिए यह सबको पता चलना चाहिए कि देश के अंदर किस जाति के कितने लोग हैं।
राशिद अल्वी ने राहुल गांधी के आर्थिक सर्वे पर दिए बयान को लेकर कहा कि यह बिल्कुल होना चाहिए, क्योंकि देश की संपत्ति और दौलत 10-15 लोगों के हाथों में जाकर सीमित हो गई है। गरीब और गरीब होता जा रहा है, मालदार और मालदार होता जा रहा है, जो पैसे वाले लोग हैं, उनकी 10 साल के अंदर-अंदर कई गुना दौलत बढ़ गई है। दूसरी तरफ भाजपा कह रही है वो 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रही है। ऐसे में देश से गरीबी तो खत्म होनी चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले को कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह हमला कैसे और क्यों हुआ। सरकार दावा करती है कि हमने आतंकी हमले खत्म कर दिए हैं। ऐसे वक्त में जब चुनाव हो रहे हैं, उस वक्त सत्यपाल मलिक के बयान हैं, वो भी आज याद आ रहे हैं। जो उस वक्त वहां के गवर्नर थे। उन्होंने क्या कहा था कि पिछले चुनाव में हमले हुए थे। उस वक्त कौन जिम्मेदार था। आज के हालात में जो कुछ हो रहा है तो ऐसे में इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले पर बहुत सारे बयान दिए। सरकार हमेशा खामोश रही है, इसलिए शक और बढ़ जाता है। ये भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वो इस पर क्या कार्रवाई करती है।
राम मंदिर के सवाल पर राशिद अल्वी ने कहा कि हर वो व्यक्ति जो मुश्किल वक्त में भगवान की शरण में आ जाता है, आज भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी बहुत मुश्किल हालात से गुजर रहे हैं। उनको नजर आ रहा है कि चुनाव जीतने वाले नहीं हैं, ऐसे में उनके पास भगवान की शरण में जाने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ‘400 पार’ का नारा पहले दे रहे थे, अब आपने देखा होगा कि भाजपा के सारे नेता खामोश हैं। कोई भी नेता ‘400 पार’ का नारा नहीं दे रहा है। क्योंकि उनके लिए सरकार बनाना मुश्किल है। ऐसे में 400 सीट का सवाल ही नहीं बनता है।