पुंछ, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में ‘पोषण भी पढ़ाई भी’ कार्यक्रम के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए तीन दिवसीय पोषण एवं शिक्षा प्रशिक्षण शिविर का गुरुवार को समापन हो गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों में तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों को खेल-खेल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और पोषण प्रदान करना है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने हाथ से बनाए गए शिक्षण मॉडल भी बनाए हैं। जिसे प्रशिक्षण शिविर के दौरान प्रदर्शित किया गया।
केंद्र सरकार और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की तरफ से इस कार्यक्रम की शुरुआत यहां साल 2023 में की गई थी। शिविर में भाग लेने आई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं कहना है कि इस कार्यक्रम से उन्होंने बहुत कुछ सीखा जिसे में वे अपने क्षेत्रीय सेंटर पर धरातल पर उतारेंगी। इससे छोटे बच्चों को काफी लाभ मिलेगा।
खान शमीम बानू ने कहा कि केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा ‘पोषण भी पढ़ाई भी’ कार्यक्रम साल 2023 में लागू किया गया था। नवचेतना और आधारशिला किताब के माध्यम से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है। वह बहुत दूर से प्रशिक्षण लेने के लिए आई थीं।
पोषण परियोजना से जुड़ी तजीन कुरैशी ने बताया कि 257 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है। दिल्ली से सुपरवाइजर आए थे, जिन्होंने यहां पर आंगनवाड़ी महिला कार्यकर्ताओं को अच्छे से प्रशिक्षण दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यह बहुत अच्छी योजना है। इससे तीन साल से लेकर छह साल तक के बच्चों को खेल-खेल में पढाना है।
इस कार्यक्रम का एकमात्र मकसद देश के बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित करना है। बच्चों को सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि स्वस्थ रहने के लिए जरूरी पोषण भी दिया जाता है।