पुंछ, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास बसे गांवों में विलेज डिफेंस गार्ड (वीडीजी) सदस्यों ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। ऐसे में वीडीजी सदस्य अपने गांवों की हिफाजत के लिए दिन-रात डटकर मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं। ये सदस्य गश्त, नाकेबंदी और घात लगाकर किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।
पुंछ के सीमावर्ती गांवों में रहने वाले वीडीजी सदस्य दिनभर अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी का इंतजाम करने के बाद शाम को आराम करने के बजाय हथियार उठाकर गांव की सुरक्षा में जुट जाते हैं। ये लोग अपनी एसएलआर और ऑटोमैटिक राइफलों के साथ रात में गश्त करते हैं, ताकि कोई भी अनहोनी न हो।
वीडीजी सदस्यों ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद उनके दिलों में गुस्सा है और वे पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं।
वीडीजी सदस्य केतन वालिया ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “हम सीमा पर रहने वाले लोग हैं। पहलगाम में पाकिस्तान ने जो कायराना हरकत की, वह बर्दाश्त नहीं होगी। हम अपनी सेना, पुलिस और बीएसएफ के साथ मिलकर गांव की सुरक्षा कर रहे हैं। अगर पाकिस्तान कोई हरकत करता है, तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे। पहले हमारे पास .303 राइफलें थीं, फिर भी हम डटकर मुकाबला करते थे। अब सरकार ने हमें ऑटोमैटिक हथियार दिए हैं, जिससे हमारा हौसला और बुलंद है। हम 24 घंटे अपने देश और गांव की रक्षा के लिए तैयार हैं।”
एक अन्य वीडीजी सदस्य ने भी गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, “पहलगाम में आतंकी हमले से हम आहत हैं। हम अपने देश और गांव की सुरक्षा के लिए हर पल तैयार हैं। सरकार से अपील है कि पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया जाए। हम सीमा पर डटकर खड़े हैं और किसी भी खतरे का सामना करने को तैयार हैं।”