प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल आएंगे प्रयागराज, लोग बोले- पीएम मोदी का आना एक चमत्कारिक अनुभव

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प्रयागराज, 4 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में दूसरी बार पहुंचेंगे। इससे पहले,उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यहां का दौरा किया था। इस बार उनके स्नान करने की भी संभावना है। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर स्थानीय जनता और महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।

श्रद्धालुओं का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से सनातन धर्म को एक नई पहचान मिली है। पहले लोग इतने जागरूक नहीं थे, लेकिन अब उनकी आस्था और जागरूकता बढ़ी है। प्रधानमंत्री स्वयं सनातन धर्म के प्रति विशेष श्रद्धा रखते हैं और जब देश का शीर्ष नेतृत्व दो बार प्रयागराज महाकुंभ में आ रहा है, तो यह न केवल प्रयागराज वासियों बल्कि पूरे सनातन धर्म के लिए गर्व की बात है।

दिल्ली से आए सोनू रखेजा ने कहा, “यूपी सरकार का मैनेजमेंट बहुत अच्छा है और कोई भीड़-भाड़ नहीं है। मुझे लगता है कि दुर्घटना बाद भी सब कुछ संभाला गया, जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड जैसा है। सबको यहां आना चाहिए। मैं कहूंगा कि लोग यहां आएं, दर्शन करें, सनातन परंपराओं का पालन करें और स्नान करें। यह मैनेजमेंट एक उदाहरण स्थापित कर रहा है। मोदी जी ने देश के लिए एक उदाहरण पेश किया है। उनके नेतृत्व में, सब कुछ बदल गया है। सनातन जागा है, राम मंदिर बना है, ये सब बदलाव देखने को मिले हैं।”

स्थानीय निवासी मधु तिवारी ने कहा, “चूंकि यह महाकुंभ 144 साल बाद आया है, इसलिए हम लोगों के लिए यह बहुत ही खुशी का मौका है। प्रधानमंत्री मोदी और योगी जी ने जिस तरह से व्यवस्था की है, उसके लिए हम शुक्रगुजार हैं। कुछ असुविधाएं जरूर हुई हैं, जो कि सभी के सामने हैं, लेकिन कुल मिलाकर सब ठीक है। यातायात में थोड़ी समस्या हो रही है, लेकिन उस पर काम चल रहा है।”

उन्होंने आगे कहा, “जब कोई व्यक्ति धर्म नेता के रूप में सामने आता है, तो समाज के लोग सनातन धर्म से जुड़ते हैं। हिंदू धर्म का प्रचार-प्रसार जो सनातन धर्म के रूप में होता रहा है, उसको नई ऊंचाई मिलती है। जब हमारे राजनेता और पूरा देश एक आदर्श के रूप में एकजुट होते हैं, तब एक राष्ट्रीयता की भावना उत्पन्न होती है। इससे सनातन धर्म का प्रचार और भी ज्यादा होता है, और भविष्य में और लोग जुड़ेंगे। निश्चित रूप से, सनातन धर्म विश्व धर्म के रूप में उभरेगा।”

एक अन्य स्थानीय निवासी जीतेंद्र शुक्ला ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का आना हमेशा ही एक चमत्कारिक अनुभव होता है। उन्होंने खुद को सनातन धर्म के सबसे बड़े पहरेदार के रूप में स्थापित किया है। आप जो दिव्य और भव्य कुंभ देख रहे हैं, वह उनकी प्रेरणा और कार्यशैली का परिणाम है। पहले भी कुंभ हुए हैं, लेकिन इस बार का कुंभ और विश्व में जो ख्याति मिली है, वह प्रधानमंत्री के दो दौरों और योगी जी के हर हफ्ते के दौरों से साबित होती है कि उनका सनातन धर्म के प्रति गहरा लगाव और चिंतन है।”

उन्होंने आगे कहा, “इससे हिंदू संस्कृति को एक नया आयाम मिला है। पहले की सरकारों ने कुंभ को उपेक्षित किया था, लेकिन भाजपा और स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने इसे अकल्पनीय, अद्भुत और अविस्मरणीय बनाया है। बुधवार को प्रधानमंत्री प्रयागराज आ रहे हैं, और प्रयागराज के लोग उनका अभूतपूर्व स्वागत करेंगे। जैसा कि उन्होंने कहा था कि वह इस कुंभ में स्नान करने ज़रूर आएंगे, वैसे ही हर सामान्य व्यक्ति पवित्र गंगा में स्नान कर मोक्ष के लिए प्रयास कर रहा है, उसी तरह प्रधानमंत्री भी कल संगम में तीसरी बार त्रिवेणी में डुबकी लगाएंगे और सनातन धर्म की पताका को आगे लहराने का संकल्प लेंगे।”