नई दिल्ली, 16 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के गांधीनगर जिले में ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ के लाभार्थियों से मुलाकात की। अपने गृह राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री मोदी ववोल इलाके की शालिन-2 सोसायटी पहुंचे और सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अपनी छतों पर सोलर पैनल लगवाने वाले कई परिवारों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने आवासीय परिसर में करीब 20 मिनट बिताए और लाभार्थियों से बातचीत की।
प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करने का मौका पाने वाले लाभार्थियों में से एक जगशी भाई शिवा भाई सुथार ने आईएएनएस से अपनी खुशी साझा की। उन्होंने बताया, “प्रधानमंत्री मोदी ने योजना को लेकर हमसे पूछा कि हमने अपनी छतों पर सोलर पैनल कैसे लगवाए और इससे हमें क्या फायदा हो रहा है। हम घरों तक सोलर पावर पहुंचाने में उनकी मदद करने के लिए बहुत खुश हैं और उनके आभारी भी हैं।”
इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को उन्होंने उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं भी दीं और एक किताब उपहार में भेंट की।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने भी सफेद कपड़े पर अपना ऑटोग्राफ देकर लिखा, जय विश्वकर्मा भगवान। यह हमारे लिए एक यादगार पल है।”
सोलर मॉड्यूल निर्माता कंपनी वारी एनर्जीज लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमित पैठणकर ने आईएएनएस को बताया, ” प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित सौर ऊर्जा उत्पादन लक्ष्य महत्वाकांक्षी है, यह एक बड़ा और प्रेरणादायक विजन है। इसे हकीकत में लाने के लिए सभी हितधारकों से एकजुट और समर्पित प्रयास की जरूरत है। हालांकि, अगर हम अपने संसाधनों और विनिर्माण क्षमता का अनुकूलन करें, तो 500 गीगावाट का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। पीएम मोदी ने हमें जो आदेश दिया है, हम उनके नक्शे कदम पर चलेंगे। “
उन्होंने आगे कहा कि उनकी कंपनी पिछले तीन दशकों से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रही है। हमारी भारत में 13.4 गीगावाट की उत्पादन क्षमता है। हमारे पास 5 कारखाने हैं, जिनमें से 5 गुजरात में और 1 ग्रेटर नोएडा में है। हमारे पास देश के सौर ऊर्जा उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देने की क्षमता रखते हैं। अब जबकि प्रधानमंत्री ने लक्ष्य निर्धारित कर दिए हैं, हम और अधिक तेजी से काम करने के लिए उत्सुक हैं।”
केंद्र सरकार ने 29 फरवरी को पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की शुरुआत की थी। जिसके लिए 75,021 करोड़ रुपये की राशि रखी गई है, जिसका उद्देश्य सौर क्षमता का हिस्सा बढ़ाना और आवासीय घरों को अपनी बिजली पैदा करने के लिए सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत, केंद्र का लक्ष्य एक करोड़ घरों को मुफ़्त बिजली प्रदान करना है जो घर की छत पर सौर पैनल लगाना चाहते हैं।