नई दिल्ली, 11 मई (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रेस कांफ्रेंस पर दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और बसपा प्रत्याशी राजकुमार आनंद की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने आईएएनएस से खास बातचीत में सीएम केजरीवाल को जादूगर बताते हुए चुटकी ली।
उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल ने कहा है कि वह 24 में से 36 घंटे काम करेंगे, वह कोई जादूगर हैं जो 24 में से 36 घंटे काम कर सकता है। उनके इस बयान से पता चलता है कि उनकी कथनी और करनी में कितना फर्क है। जो पार्टी बाबा साहेब का फोटो लगाकर दलितों को गुमराह करती है, दलितों की हकमारी करती है, मैं उस पार्टी में नहीं रह सकता। दलितों के फंड को डायवर्ट किया गया है। उन्होंने इन आरोपों की जांच कराने तक की बात कही।
राजकुमार आनंद ने कहा कि सीएम केजरीवाल 50 दिन के बाद जेल से बाहर आये हैं। उन्होंने दिल्ली की जनता के बारे में नहीं बोला। उन्होंने इस बात पर कोई बात नहीं की कि दिल्ली की जनता का क्या हाल है?
उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस से बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर और भगत सिंह की फोटो गायब थी। आज सारा विपक्ष “संविधान बचाओ” का नारा लगा रहा है और ऐसे समय में सीएम केजरीवाल ने एक बार भी संविधान और बाबा साहेब का नाम नहीं लिया। मुझे लगता है उन्होंने अपने दिल, दिमाग और अपनी दुनिया से इन महापुरुषों के नाम निकाल दिये हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा मंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्णय ठीक था क्योंकि जिन लोगों के नाम से राजनीतिक पार्टियां खड़ी की गईं (बाबा साहेब और भगत सिंह) आज उनका नाम नहीं लेते, दलितों के साथ हकमारी की, जिसका मैंने जिक्र किया था। उस पर एक बयान तो देते कि अगर ऐसा हुआ है तो जांच होगी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
भाजपा की भाषा बोलने के आरोपों पर राजकुमार आनंद ने कहा कि मैं भाजपा की भाषा नहीं बसपा की भाषा बोलता हूं।