पटना, 21 मार्च (आईएएनएस)। बिहार के कॉलेजों से 11वीं के छात्र-छात्राओं को 12वीं में इंटरस्तरीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नामांकन लेने के निर्णय के विरोध में गुरुवार को बड़ी संख्या में छात्र-छात्रा सड़क पर उतर गए और जमकर हंगामा किया।
इस दौरान विद्यार्थियों ने जदयू और भाजपा प्रदेश कार्यालय का घेराव किया। बाद में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के आश्वासन के बाद छात्रों का गुस्सा शांत हुआ।
दरअसल, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 11वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों व अभिभावकों को डिग्री कॉलेज से नामांकन स्थानांतरित करने को कहा है। समिति ने कहा है कि सत्र 2023-25 के लिए इंटर कक्षा में राज्य के सभी डिग्री कॉलेजों के 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स 12वीं की पढ़ाई के लिए डिग्री कॉलेजों से स्थानांतरित कर इंटरस्तरीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नामांकन लेंगे।
सत्र 2024-25 में 12वीं कक्षा की पढ़ाई डिग्री कॉलेजों में नहीं होगी। इस आदेश के बाद छात्र भड़क गए हैं। गुरुवार को बड़ी संख्या में पटना के छात्र सड़कों पर उतर गए और इस आदेश का विरोध किया। छात्र भाजपा और जदयू कार्यालय पहुंच गए और घेराव किया।
इस प्रदर्शन के कारण पटना की कई सड़कें घंटों जाम रही। बाद में, भाजपा कार्यालय के सामने उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि सत्र 2023-25 के छात्रों के लिए यह आदेश लागू नहीं होगा। इसके बाद प्रदर्शनकारी सड़कों से हट गए।