पटना, 6 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सोमवार को कहा कि बिहार में सरकार नाम की चीज नहीं है। सीएमओ भाजपा के कब्जे में है, मुख्यमंत्री थक चुके हैं और रिटायर्ड अधिकारी अपनी मर्जी और मनमानी से सरकार चला रहे हैं।
बिहार प्रदेश राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, अरुण कुमार यादव एवं प्रमोद कुमार सिन्हा के साथ सोमवार को संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बीपीएससी और कोचिंग माफिया की भूमिका की जांच सीबीआई या सिटिंग जज से कराई जानी चाहिए। इस मामले में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है और अभ्यर्थियों के साथ न्याय नहीं हो, इसके लिए सत्ता संरक्षित माफियाओं के द्वारा आंदोलन की दिशा को भटकाया जा रहा है।
शक्ति सिंह यादव ने कहा कि अफसोस की बात है कि बीपीएससी और राज्य सरकार धांधली के संबंध में छात्रों से ही साक्ष्य मांग रही है, यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। उन्होंने कहा कि बीपीएससी कहती थी कि नॉर्मलाइजेशन नहीं लागू करेंगे, उसी ने दो बार परीक्षा भी ली।
उन्होंने कहा, “लग्जरी वैन एक्टर ने छात्रों के आंदोलन काे भटकाया, उसमें भाजपा की भूमिका भी सामने आ रही है। आज जब सरकार और उनके किरदार की भूमिका के मामले पर सांठगांठ की पोल खोली जानी थी, तो उससे पहले उन्हें गिरफ्तार करने का खेल खेला गया और उन पर वैसे मामले बनाए गए, जो उनके बेल का आधार बना।”
यादव ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो, इसके लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव पहले दिन से उनके साथ खड़े हैं और उनको जब तक न्याय नहीं मिल जाता है, तब तक उनके साथ खड़े रहेंगे। बिहार में परीक्षा पेपर लीक कराने वाला एक बड़ा गैंग कार्यरत है और वो सभी प्रतिष्ठित परीक्षाओं को प्रभावित करता है और इसमें बड़े लोगों की संलिप्तता है। उन्होंने कहा कि अब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के संबंध में एक शब्द नहीं बोला है।













