पटना, 14 जून (आईएएनएस)। बिहार सरकार ने गुरुवार को चर्चित भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी केके पाठक को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद से हटा दिया है। विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के कई नेताओं ने इनके ट्रांसफर की मांग की थी।
सामान्य प्रशासन विभाग ने गुरुवार को इसकी अधिसूचना जारी की। अधिसूचना के मुताबिक, केके पाठक को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद से ट्रांसफर कर राजस्व भूमि सुधार विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है।
वे अगले आदेश तक लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान के महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार में पूर्ववत रहेंगे। पाठक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद पर आने के बाद से ही चर्चा में थे। फिलहाल, वे लंबी छुट्टी पर गए हैं।
हाल में ही भीषण गर्मी के दौरान स्कूल खोलने को लेकर उनकी खूब आलोचना हुई थी। गर्मी के कारण स्कूल में जब बच्चे बेहोश होने लगे या उनकी तबीयत खराब होने लगी थी तब मुख्य सचिव ने छुट्टी का आदेश जारी किया था। इसके पहले भी उन्होंने त्योहारों में मिलने वाली शिक्षकों की कई छुट्टियों को भी रद्द कर दिया था, जिसे भी लेकर काफी बवाल हुआ था।
केक पाठक को लेकर विधानसभा में भी हंगामा हो चुका है। विश्वविद्यालय की बैठकों को लेकर भी राजभवन और शिक्षा विभाग आमने सामने आ चुके थे।
इनके अलावा भी कई आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एएस सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। इसके अतिरिक्त राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को ग्रामीण कार्य विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है, जबकि वित्त विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी को गृह विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है।
वे अगले आदेश तक निगरानी विभाग का अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे। पंकज कुमार पाल को ट्रांसफर कर ग्रामीण विकास विभाग का सचिव बनाया गया है, जबकि लोकेश कुमार सिंह को वित्त विभाग के संपूर्ण प्रभार दिया गया है।
समाज कल्याण विभाग के निदेशक राजकुमार को भोजपुर का जिलाधिकारी बनाया गया है, जबकि आशुतोष कुमार वर्मा को नवादा का जिलाधिकारी बनाया गया है। भोजपुर के जिलाधिकारी महेंद्र कुमार को ट्रांसफर कर दक्षिण बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी का प्रबंध निदेशक बनाया गया है। नवादा के जिलाधिकारी प्रशांत कुमार को समाज कल्याण विभाग का निदेशक बनाया गया है।