बीएमसी का बजट ऐतिहासिक, मुंबई को विश्व के मानचित्र पर लाने में सहायक : शिवसेना प्रवक्ता अरुण सावंत

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मुंबई, 4 फरवरी (आईएएनएस)। मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) का 2025-26 का बजट पेश किया गया। इस बार बजट का आकार 74,427. 41 करोड़ रुपये किया गया। शिवसेना प्रवक्ता अरुण सावंत ने बीएमसी बजट 2025-26 को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने बजट को मुंबई को विश्व के मानचित्र पर लाने में सहायक बताया।

अरुण सावंत ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया, “बीएमसी ने इतिहास का सबसे बड़ा बजट 74,427 करोड़ रुपये का पेश किया है। बजट को महानगरपालिका आयुक्त भूषण गगरानी ने पेश किया है। इसमें मुंबई की जनता के हित और विकास को प्राथमिकता दी गई है। विभिन्न योजनाओं के लिए धनराशि आवंटित की गई है, जिससे मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य, और परिवहन को और मजबूत किया जाएगा। मुंबई में हो रहे विकास कार्यों को गति देने के लिए इस बजट में कई अहम फैसले लिए गए हैं। कोस्टल रोड प्रोजेक्ट का विस्तार, सड़क एवं जल आपूर्ति व्यवस्था का सुधार, शिक्षा के लिए नए प्रावधान और टैक्स कलेक्शन में सुधार जैसी महत्वपूर्ण बातें इस बजट में शामिल हैं।”

उन्होंने कहा, “मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, और इसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। मुंबई को अगर दुनिया के मानचित्र पर लाना है, शहर में सारी सुख-सुविधाएं होनी चाहिए। आगे मुंबई महानगरपालिका का चुनाव भी आने वाला है। मुंबई को बेहतर बनाने के लिए जिस तरीके से महाराष्‍ट्र सरकार ने काम किया है, वह सराहनीय है।”

विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “पहले, मुंबई को लूटने का कार्य किया जाता था, लेकिन अब महायुति सरकार विकास और प्रगति के एजेंडे पर कार्य कर रही है। मुंबई की सड़कें 100 प्रत‍िशत कंक्रीट बनाई जा रही हैं। बेहतर विकास के लिए महानगर पालिका के बजट में 7.9 प्रत‍िशत की वृद्धि कर सुनिश्चित किया गया है। इससे मुंबई की जनता जो टैक्स देती है, उसके बदले उनको बेहतर सुविधाएं, सुगम जीवन, और आरामदायक वातावरण मिलेगा। आज, इस सरकार की नीतियों से मुंबई का रूप बदल रहा है।

उन्होंने कहा, “मुंबई की जनता की मांग थी कि शहर का विकास तेजी से हो, और हम उसे पूरा कर रहे हैं। जो लोग कभी मुंबई छोड़कर चले गए थे, अब फिर मुंबई लौटने लगे हैं। यह इस सरकार की सफलता को दर्शाता है। मुंबई अब सच में देश का नंबर 1 शहर बनने की ओर अग्रसर है।”