मुंबई, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी के नाम पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के अंतिम दो मैचों में चयन के लिए विचार नहीं जाएगा। बीसीसीआई ने सोमवार को एक फ़िटनेस अपडेट जारी करते हुए यह जानकारी दी।
गाबा टेस्ट के बाद जब रोहित शर्मा से शमी के बारे में पूछा गया था, तो भारतीय कप्तान ने कहा था कि इसकी जानकारी एनसीए को देनी चाहिए।
बीसीसीआई ने अपनी रिलीज़ में कहा है कि उनकी मेडिकल टीम तेज़ गेंदबाज़ के रिकवरी की बड़े क़रीब से निगरानी कर रही है। वह अपनी एड़ी की समस्या से पूरी तरह उबर चुके हैं।
उसके बाद से उन्होंने एक रणजी ट्रॉफ़ी मैच खेला, जिसमें उन्होंने 43 ओवर किए और फिर उन्होंने सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के भी नौ मैच खेले, जहां उन्होंने लगभग हर मैच में अपने कोटे की पूरी गेंदबाज़ी की।
लेकिन इस दौरान उनके बाएं पैर के घुटने में सूजन होने लगी। यह गेंदबाज़ी करने के साथ-साथ और भी बढ़ने लगी। इस कारण उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के बचे मैचों के लिए चयन योग्य नहीं समझा जाएगा।
शमी फ़िलहाल एनसीए की निगरानी में हैं और बड़े फॉर्मेट के लिए उनको तैयार किया जा रहा है। घुटने की समस्या के उपचार के बाद ही वह विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में भाग ले सकेंगे।
शमी ने पिछले साल नवंबर में 2023 वनडे विश्व कप फाइनल के बाद से ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है। फ़रवरी में एड़ी की चोट के लिए उनकी सर्ज़री भी हुई थी।
शमी को 21 दिसंबर से चल रही विजय हजारे ट्रॉफी के अपने पहले मैच के लिए बंगाल की टीम में शामिल नहीं किया गया है और बीसीसीआई ने अब कहा है कि टूर्नामेंट में उनकी भागीदारी उनके घुटने की स्थिति पर निर्भर करेगी।