नई दिल्ली, 10 जनवरी (आईएएनएस)। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास के रखरखाव पर खर्च हुए 29.56 करोड़ रुपए की जांच भ्रष्टाचार निरोधक शाखा या सतर्कता विभाग से कराने का अनुरोध किया है।
सचदेवा ने उपराज्यपाल को लिखे पत्र में उनका ध्यान एक आरटीआई के जवाब में सामने आए तथ्यों की तरफ आकर्षित करते हुए कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने अब तक इस आरटीआई में सामने आए तथ्यों से इनकार नहीं किया है और सरकार की चुप्पी से एक बात तो तय हो गई है कि आरटीआई में रकम के आंकड़ों के अलावा उसमें उल्लेखित ठेकेदारों के नाम भी सही हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हाल ही एक आरटीआई के जवाब से यह खुलासा हुआ है कि 31 मार्च 2015 से 27 दिसंबर 2022 के बीच 29.56 करोड़ रुपए की राशि दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग द्वारा सीएम आवास में रखरखाव कार्यों के लिए 4 ठेकेदारों को भुगतान किया गया है। यह जानकर आश्चर्य होता है कि आरटीआई में नामित किसी भी ठेकेदार का नाम कोई स्थापित नाम नहीं है और उन्हें सिविल, प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल और सीवरेज रखरखाव कार्यों के लिए दी गई राशि अत्यधिक है और ऐसा लगता है कि रखरखाव कार्य के ये आंकड़े कुछ ज़्यादा ही अधिक बड़े हैं।
सचदेवा ने उपराज्यपाल से इस मामले की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा या सतर्कता विभाग से जांच कराने का अनुरोध करते हुए यह भी कहा कि इसमें शामिल ठेकेदारों की पृष्ठभूमि की भी जांच करने की जरूरत है क्योंकि यह सब आप नेताओं, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और ठेकेदारों से जुड़ा रिश्वत घोटाले का मामला लग रहा है।
–आईएएनएस
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