जम्मू, 22 मार्च (आईएएनएस)। ट्राइबल राइट्स एक्ट को लेकर भाजपा और नेशनल कान्फ्रेंस के बीच हुई तीखी नोकझोंक पर भाजपा विधायक शाम लाल शर्मा ने नेशनल कान्फ्रेंस पर सालों से ट्राइबल्स के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया।
शर्मा ने कहा कि पिछले 70 सालों में ट्राइबल्स के साथ छेड़छाड़ का काम नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस ने किया, जबकि भाजपा ने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद ट्राइबल्स, एसटी और ओबीसी को उनके अधिकार दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ट्राइबल्स को अधिकार न देने की बात नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस ने की है, जबकि इस पर विधानसभा में एक कमेटी गठित की गई है, जो मामले का फैसला करेगी।
भाजपा विधायक ने कहा, “एक लोकतांत्रिक तंत्र में एक निर्धारित प्रक्रिया होती है, जिसे कानून और नियमों के तहत चलाया जाता है। मंत्री अपनी बात रखते हुए तैश में आ गए और ऐसी बात कही कि ‘दुनिया की कोई ताकत फॉरेस्ट एक्ट को छू नहीं सकती।’ यह बयान गलत है। हमें यह बताना चाहिए कि फॉरेस्ट एक्ट और रिहैबिलिटेशन के तहत निर्धारित नियम हैं, जिनमें आम लोग भी शामिल हैं।” शर्मा ने यह भी कहा कि यह नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस की राजनीति का हिस्सा है, जिनका हमेशा से ट्राइबल्स के अधिकारों से खिलवाड़ करने का इतिहास रहा है।
शर्मा ने यह भी कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने का निर्णय सही था और यह केवल ट्राइबल्स के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक सकारात्मक कदम था। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या आवश्यकता थी राज्य को तोड़ने की या क्यों समाज में झूठ फैलाए गए थे। शर्मा ने कहा, “नेशनल कान्फ्रेंस अपनी सत्ता बचाने के लिए ऐसी बातें करती है, और यही असली डिस्क्रिमिनेशन है।”
विधानसभा की कार्यवाही पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “यह सदन नियमों और प्रक्रियाओं के तहत नहीं चल रहा है। मुझे लगता है कि यहां ‘माइट इज राइट’ की बात हो रही है, और यह लोकतांत्रिक संस्थाओं के लिए ठीक नहीं है।” शर्मा ने यह भी कहा कि जब कोई सदस्य सदन में संतुष्ट नहीं होता, तो उसे सदन की कमेटी के पास जाने का अधिकार है, और इसे लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा।