भोपाल : 21 नवंबर/ टैगोर कला केंद्र, टैगोर स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स एवं परफ़ॉर्मिंग आर्ट्स, स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी द्वारा प्रकाशित मोनोग्राफ “नैनसुख” को फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स, नई दिल्ली ने प्रतिष्ठित कॉफी टेबल बुक श्रेणी में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया है। यह महत्वपूर्ण ग्रंथ टैगोर सीरीज़ मोनोग्राफ के अंतर्गत प्रकाशित एक उल्लेखनीय कृति है। इस श्रृंखला में अब तक देश के प्रख्यात चित्रकारों — ए. रामचन्द्रन, अफ़जल, बीरेश्वर भट्टाचार्य, सुधीर पटवर्धन तथा गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर — पर केंद्रित मोनोग्राफ का भी प्रकाशन किया जा चुका है। इस पूरी श्रृंखला का संयोजन वरिष्ठ चित्रकार एवं प्रसिद्ध कला समीक्षक श्री अशोक भौमिक द्वारा किया गया है।
इस अवसर पर पुरस्कार टैगोर स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स एवं परफ़ॉर्मिंग आर्ट्स के विभागाध्यक्ष डॉ. अर्जुन कुमार सिंह ने ग्रहण किया। उन्होंने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि “गुलेर लघुचित्र शैली के अप्रतिम चित्रकार ‘नैनसुख’ ने अपनी सूक्ष्म दृष्टि और लघुचित्रों की उत्कृष्टता से भारतीय कला इतिहास में एक अमिट स्थान बनाया है। उनके चित्र न केवल कलात्मक संवेदना के प्रतीक हैं, बल्कि भारतीय चित्रकला की तकनीकी और सौंदर्यात्मक ऊँचाइयों के जीवंत उदाहरण भी हैं।”
डॉ. नर्मदा प्रसाद उपाध्याय द्वारा रचित यह मोनोग्राफ विख्यात कला इतिहासकार डॉ. बी. एन. गोस्वामी के अनुसंधान को आगे बढ़ाता है। पुस्तक में अनेक नई जानकारियाँ और विश्लेषण प्रस्तुत किए गए हैं, जो कला अध्येताओं, कलाकारों, विद्यार्थियों, कला-रसिकों तथा भारतीय सांस्कृतिक विरासत में रुचि रखने वाले सभी पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगे। चित्रकार नैनसुख के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित यह महत्त्वपूर्ण पुस्तक आइसेक्ट प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है। यह सम्मान न केवल इस कृति की सार्थकता को प्रमाणित करता है, बल्कि भारतीय लघुचित्र परंपरा के पुनर्पाठ और पुनर्मूल्यांकन की दिशा में एक प्रेरक कदम भी है।


