यवतमाल (महाराष्ट्र). 28 अप्रैल (आईएएनएस)। यवतमाल जिले के महागांव तालुका के वागड़ (इजारा) गांव में खुशी का माहौल अचानक गम में बदल गया, जब बेटी की यूपीएससी परीक्षा में सफलता का जश्न मना रहे पिता को दिल का दौरा पड़ गया और उनकी मौत हो गई। यह दुखद घटना प्रल्हाद खंडारे के परिवार के लिए गहरा सदमा बन गई।
प्रल्हाद खंडारे पुसद पंचायत समिति के सेवानिवृत्त विस्तार अधिकारी थे और अपनी बेटी मोहिनी की संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा में बेहतरीन रैंक हासिल करने की खुशी में फूले नहीं समा रहे थे। पूरे गांव में जश्न जैसा माहौल था और खंडारे परिवार को बधाइयां मिल रही थीं।
इसी बीच, जश्न के दौरान अचानक प्रल्हाद खंडारे की तबीयत बिगड़ गई। दिल का दौरा पड़ने से वे वहीं गिर पड़े। उन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बेटी मोहिनी ने कड़ी मेहनत और समर्पण से यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता पाई थी, जो परिवार के लिए गर्व का क्षण था, लेकिन इस अनहोनी ने खुशियों को मातम में बदल दिया।
गांववासियों ने भी इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और खंडारे परिवार को सांत्वना दी। प्रल्हाद खंडारे गांव में एक सम्मानित व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे और उनकी सामाजिक सक्रियता के कारण वे सभी के प्रिय थे।
बता दें कि यूपीएससी ने 22 अप्रैल को सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) 2024 के परिणाम घोषित किया था। परीक्षा में प्रयागराज की शक्ति दुबे ने प्रथम स्थान हासिल किया था। वहीं, हर्षिता गोयल ने दूसरा, डोंगरे अर्चित पराग ने तीसरा, शाह मार्गी चिराग ने चौथा, आकाश गर्ग ने पांचवां, कोमल पुनिया ने छठा और आयुषी बंसल ने सातवां स्थान हासिल किया था।
सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 16 जून, 2024 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के लिए कुल 9,92,599 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिनमें से 5,83,213 उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए थे। कुल 14,627 उम्मीदवार लिखित (मुख्य) परीक्षा में उपस्थित होने के लिए योग्य हुए, जो सितंबर, 2024 में आयोजित की गई थी। इनमें से 2,845 उम्मीदवार परीक्षा के व्यक्तित्व परीक्षण के लिए चुने गए। अंततः, कुल 1009 उम्मीदवारों (725 पुरुष और 284 महिलाएं) को विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति के लिए आयोग द्वारा अनुशंसित किया गया।