नई दिल्ली, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पारित होने के बाद विपक्षी दलों के सांसदों द्वारा विरोध किए जाने पर भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने गुरुवार को कहा कि वक्फ बिल मुसलमानों को हक दिलाने के लिए लाया गया है।
भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने गुरुवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की।
वक्फ बिल पर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी द्वारा इसे ‘काला दिन’ बताने वाले बयान पर भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा कि सोनिया गांधी को पता होना चाहिए कि वक्फ प्रॉपर्टी को लेकर आजादी से पहले भी कानून बने थे और आजादी के बाद भी। आजादी के बाद वक्फ अधिनियम 1954 में बनाया गया था। इसी के तहत वक्फ बोर्ड का गठन किया गया था। वक्फ में कई बार संशोधन कांग्रेस की सरकार के दौरान हुए। आज अगर मुसलमानों की भलाई के लिए वक्फ बिल लाया गया है तो सोनिया गांधी इसे असंवैधानिक क्यों कह रही हैं। उन्हें इसे असंवैधानिक कहने का कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा सांसद ने आगे कहा कि दूसरी ओर हमें यह भी जानना चाहिए कि वक्फ में संशोधन की जरूरत क्यों पड़ी। देखिए, सभी लोगों का पता है कि वक्फ अपने पास सबसे ज्यादा संपत्ति अपने अधिकार में रखता है। अगर हम साल 2006 की सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को देखें तो वक्फ बोर्ड के पास 4.4 लाख वक्फ संपत्ति देश में थी। जिसकी कुल आय मात्र 162 करोड़ रुपये की हुई। 2006 से लेकर 2024 तक 4.4 लाख वक्फ संपत्ति से बढ़कर यह 8.8 लाख संपत्ति हो गई। लेकिन, इनकम 162 करोड़ से घटकर एक करोड़ 26 लाख हो गई। कहीं न कही वक्फ में मैनेजमेंट की कमी है। जिसे सुधारने के लिए यह वक्फ बिल लाया गया है।
भाजपा सांसद ने आगे कहा कि वक्फ बोर्ड से जो पैसा आता है, वह सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों के आर्थिक और सामाजिक कल्याण के खर्च के लिए इस्तेमाल होना चाहिए। गरीब मुसलमानों के बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए पैसे को उपयोग होना चाहिए। यह संशोधन बिल इसीलिए लाया गया है ताकि, विकसित भारत में सब मिलकर आगे बढ़े और हर वर्ग को उसका हक मिल सके।