मौलाना साजिद रशीदी ने वक्फ कानून का किया समर्थन, कांग्रेस नेता का सरकार पर हमला

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नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। वक्फ संशोधन कानून को लेकर देशभर में विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला तेज हो गया है। जहां एक ओर मौलाना साजिद रशीदी ने इस कानून का समर्थन किया है, वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इसे मुसलमानों के धर्म में हस्तक्षेप करार देते हुए भाजपा सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।

मौलाना साजिद रशीदी ने वक्फ संशोधन कानून को लेकर कहा कि इसमें ऐसा कुछ नहीं है, जिसे लेकर सड़कों पर उतरा जाए। उन्होंने कहा,” इस कानून में ऐसा कुछ नहीं है, ज‍िसका विरोध किया जाए।”

उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा, “ओवैसी जैसे लोग देश में दंगा कराना चाहते हैं। वह बयान देकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि खुद को जिन्ना की तरह पेश कर सकें।” रशीदी ने आगे कहा कि जो लोग शोर मचा रहे हैं, उन्‍हीं के पास वक्फ की जमीनें हैं। हम मुसलमान इस देश के नागरिक हैं, हमने आज़ादी की लड़ाई में कुर्बानियां दी हैं। हमें पत्थरबाज का टैग नहीं चाहिए।

वहीं, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन पर भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “जब किसी मजहब पर हमला होता है, तो उसके गंभीर परिणाम होते हैं। केंद्र सरकार का यह कानून मुसलमानों के धार्मिक मामलों में दखल है।”

उन्होंने चेताया कि इस तरह की नीति से देश में धार्मिक असंतुलन पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन केंद्र सरकार के उस रवैए के खिलाफ है, जिसमें मुसलमानों के धर्म पर हमला किया गया है। यह लड़ाई हिंदू-मुसलमान की नहीं, सरकार की नीतियों की है।

अल्वी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा हमेशा हिन्दू-मुस्लिम की लड़ाई दिखाकर देश को तबाही की ओर ले जाना चाहती है। अगर सरकार ने किसानों का कानून वापस लिया, तो मुसलमानों के इस कानून को भी वापस लेना चाहिए।”

उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह संवाद का रास्ता अपनाए और प्रदर्शनकारियों की बात सुने। साथ ही यह भी कहा कि “हिंसा किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है, लोकतंत्र में विरोध शांति से होना चाहिए।”