मुंबई, 22 जनवरी (आईएएनएस)। एनसीपी (एसपी) नेता माजिद मेमन ने बुधवार को कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और वन नेशन वन इलेक्शन बेहद ही जटिल मुद्दे हैं। इसी वजह से मोदी सरकार इसे लागू नहीं करवा पा रही है। सरकार के लिए इन दोनों मुद्दों को लेकर लोगों को एकजुट करना चुनौतीपूर्ण है।
मेनन ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, “जहां तक यूसीसी की बात है, जिन राज्यों में भाजपा की सरकार और आरएसएस का दबदबा है, वहां पर इसे लागू करने की दिशा में तेजी दिखाई जा रही है। वो लोग बस यही प्रयास कर रहे हैं कि कैसे भी इसे लागू किया जाए, लेकिन अभी तक इस दिशा में इन लोगों को किसी भी प्रकार की अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाई है।”
एनसीपी एसपी नेता के मुताबिक इसे लागू कराना मुश्किल होगा। बोले, “यहां मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि सरकार का यह मंसूबा किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने वाला है। इसके पीछे कई कारण हैं। अगर इसे लागू कर भी दिया गया है, तो इसे क्रियान्वित करने की दिशा में अनेकों बाधाएं आएंगी।”
मेनन ने केंद्र सरकार पर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने का आरोप लगाया। बोले, “केंद्र सरकार यूसीसी की आड़ में मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने की कोशिश कर रही है। बेशक इस बात को सरकार छुपाने की कोशिश कर रही हो, लेकिन अब आम लोग भी इस बात को भलीभांति समझ रहे हैं कि किस तरह से केंद्र सरकार यूसीसी की आड़ में मुस्लिम समुदाय को परेशान करने की कोशिश कर रही है। केंद्र सरकार पहले मुस्लिमों को परेशान करने के मकसद से तीन तलाक का मुद्दा लेकर आई। इसके बाद मस्जिदों पर हमला किया गया और अब यूसीसी को हवा दी जा रही है, लेकिन मैं एक बात फिर से स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि सरकार को इनमें से किसी में भी सफलता नहीं मिलने वाली है।”
केंद्र सरकार पर वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि वो मुस्लिम हितैषी नहीं है। उन्होंने कहा, “सरकार की कार्यशैली से यह साफ जाहिर हो रहा है कि वो मुस्लिमों के साथ नहीं है। सरकार मुस्लिम समुदाय के हितैषी होने के कितने भी दावे करे, लेकिन इस बात को किसी भी कीमत पर खारिज नहीं किया जा सकता है कि यह सरकार मुस्लिमों का हित नहीं चाहती है।”
मेनन ने सरकार की सोच के पीछे की विचारधारा का भी उल्लेख किया। कहा, “यह जगजाहिर है कि सरकार जो भी काम कर रही है, उसका फरमान आरएसएस की तरफ से मिलता है। आरएसएस के पदचिन्हों पर यह सरकार काम कर रही है, जिसे हम लोग किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं।”
इसके साथ ही माजिद मेमन ने सैफ अली खान पर हुए हमले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। आरोपी के खिलाफ जांच होगी। लेकिन, हमें इस मामले में किसी भी प्रकार की कल्पना बनाने से बचना चाहिए। लिहाजा अंत में यही कहना चाहूंगा कि पहले जांच संपन्न होने देते हैं। इसके बाद ही इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना उचित रहेगा।