भोपाल : 15 मार्च/ रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कृषि संकाय में सात दिवसीय वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण फैकल्टी ऑफ एग्रीकल्चर और बी वर्ल्ड इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में हुआ। सात दिवसीय निःशुल्क वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान, हैदराबाद का “प्रशिक्षण भागीदार द्वारा वित्त पोषित”, राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन मिशन (एनबीएचएम) और राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम में वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन की विधियो को बताया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रजनी कांत विशेष अतिथि और बी वर्ल्ड इंडिया के संस्थापक श्री प्रवीण रघुवंशी, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. एच. डी. वर्मा, डॉ. अशोक कुमार वर्मा, विभागाध्यक्ष एवं डॉ स्वप्निल कुमार पाण्डेय, कार्यक्रम समन्वयक उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. एच. डी. वर्मा ने मुख्य अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. वर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में मधुमक्खी पालन कि बहुत आवश्यकता है जो फसलो के परागण में महवपूर्ण भूमिका निभाती है जिससे फसलो का उत्पादन बढ़ जाता है। डॉ. अशोक कुमार वर्मा, विभागाध्यक्ष ने सभी वैज्ञानिकों एवं आयोजकों का परिचय कराते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ संजीव वर्मा, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, बैतूल के द्वारा मधुमक्खी पालन के इतिहास के बारे में चर्चा की गई और साथ में अनिल मेवाड़ा के द्वारा मधुमक्खी पालन कि महत्ता के बारे में बताया गया। डॉ आशीष श्रीवास्तव, सहायक प्राध्यापक, कृषि महाविद्यालय, गंजबसोदा के द्वारा मधुमक्खियो में लगने वाले कीट एवं बीमारियों के रोकथाम एवं बचाओ के बारे में बताया। श्री आनंद पटेल जी के द्वारा मधुमक्खियो के कालोनी के विकास एवं उनके संगठन के बारे में जानकारी दी, तत्पश्चात प्रशिक्षणार्थियों को अमोनी फार्म, सुखी सिवनिया, भोपाल पर भ्रमण कराया गया जिसमे मधुमक्खी की एक और विशेष प्रजाति एपिस मेलिफेरा के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। श्री जीतेन्द्र पवार के द्वारा मधुमक्खी पालन के उपयोग में आने वाले यंत्रो के बारे में जानकारी दी गई।
अन्तिम दिन लाभार्थियों को रोजगार के अवसर देने और उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित किया गया। श्री प्रवीण रघुवंशी, संस्थापक, बी वर्ल्ड इंडिया ने अपने स्टार्टअप के बारे में बताया और भविष्य में तकनिकी सहायता देने के लिए भरोसा दिलाया। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आरएनटीयू के कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने लाभार्थियों को शुभकामनाएं दी और बताया कि आप अपने नवाचार को विश्वविद्यालय अटल इन्क्यूबेशन सेंटर में प्रस्तुत कर लाभ लें। कार्यक्रम का संचालन डॉ मनोहर सरयाम के द्वारा और डॉ ऋषिकेश मंडलोई सहायक प्राध्यापक के द्वारा आभार प्रदर्शन ज्ञापित किया गया।