राजौरी, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा ने सोमवार को उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार पर विकास करने के बजाय जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने विकास के लिए विधायकों को जिता कर भेजा है। लेकिन विकास के काम नहीं हो रहे हैं। मेरा मानना है कि तालमेल की कमी तब होती है, जब हम काम करना नहीं चाहते है। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन की सरकार की सोच विकास की नहीं है, अगर उनकी सोच ऐसी होती, तो वो विधानसभा में अनुच्छेद 370 और 35ए पर असंवैधानिक और आधारहीन प्रस्ताव नहीं लाते।
इस प्रस्ताव का उद्देश्य अपनी सरकार की विफलता से लोगों का ध्यान भटकाने का है। नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार काम करने के लिए सत्ता में नहीं आई थी। अगर उन्हें काम करने में दिलचस्पी होती तो वे असंवैधानिक प्रस्ताव नहीं लाते।
शर्मा ने आगे कहा, “सीएम उमर अब्दुल्ला नहीं चाहते कि प्रदेश में विकास को लेकर एक अच्छा माहौल बने, इसलिए वो केवल बयानबाजियों में लगे रहते है। जहां तक जम्मू कश्मीर के स्टेटहुड का सवाल है, समय-समय पर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने ध्यान में लाया है कि उचित समय आने पर स्टेटहुड का दर्जा दिया जाएगा। मेरा मानना है कि इस सरकार की प्राथमिकता विकास की नहीं है। राज्य में गठबंधन के आधार पर सरकार बनी है, लेकिन कांग्रेस को दरकिनार कर दिया गया है।
वहीं रविवार को मीडिया से बात करते हुए जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन बिल’ पार्लियामेंट के सामने है। पार्लियामेंट इस पर बहस करे फिर किसी नतीजे पर आए। कुछ राज्यों में भी इसको पास करना होगा। हमें तो नहीं लगता कि इससे किसी को फायदा होगा। मुझे लगता है कि यह क्षेत्रीय दलों को कमजोर करने की कोशिश है।