संगम की बलखाती लहरों पर राजनीतिक चर्चा, मल्लाहों ने बताया, ‘अबकी बार, किसकी सरकार’

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नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। धर्म और आस्था की नगरी प्रयागराज। जहां से पूर्वी देशांतर रेखा गुजरती है, जो भारत का मानक समय निर्धारक स्थान है। प्रयागराज केवल भारत का समय निर्धारण ही नहीं करता, बल्कि, देश की राजनीति का मूड भी बता देता है।

यहां संगम की लहरों पर नाव की सवारी कर रहे देश-दुनिया से आए श्रद्धालु केवल भक्ति के रंग में रंगे नहीं होते, बल्कि, लहरों के बीच राजनीति पर भी जोरदार बहस चलती रहती है।

संगम के पानी को चप्पू से चीरते ये मल्लाह इन सारी बहसों के गवाह बनते हैं और फिर देश की राजनीति का मूड यहीं से पता चल जाता है। भगवान के भजन से लेकर राजनीतिक चिंतन तक संगम की लहरों में सभी कुछ गूंज रहा होता है और इन सबको अपने अंदर समेटे ये मल्लाह इस बातों को बखूबी जानते हैं कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा।

देश-दुनिया से आए श्रद्धालु यहां जिस सोच के साथ आते हैं और उसे बयां करते हैं। वह चुनाव के लिए रायशुमारी जैसी हो जाती है। यहां के मल्लाह बलखाती लहरों के बीच अपनी नाव पर जितनी पकड़ रखते हैं, देश की राजनीतिक नब्ज को भी वह उतना ही बेहतर तरीके से पहचानते हैं।

अपने कामकाज से खुश ये मल्लाह नरेंद्र मोदी सरकार के 10 साल पर अपनी राय देने से पीछे नहीं हटते। वह पूछने पर बताते हैं कि उनका कामकाज अच्छा चल रहा है।

मल्लाह पप्पू निषाद तो कहते हैं कि यहां की जनता का मानना है कि पीएम नरेंद्र मोदी को यहां से नहीं हटाना है। 2024 में फिर से नरेंद्र मोदी सत्ता में वापसी करेंगे। वह पीएम मोदी की सरकार के साथ होने का दावा भी करते हैं।

मोदी सरकार के काम से खुश पप्पू कहते हैं कि पहले यहां कभी इतना ज्यादा काम नहीं हुआ, जितना आज हुआ है। वह मोदी सरकार के काम के बारे में पूछने पर बताते हैं कि देखिए ना पूरे भारत में कितना बदलाव देखने को मिल रहा है, पूरा भारत ‘मोदी-मोदी’ के नारों से गूंज रहा है। यहां ही ले लीजिए, कितने सारे धार्मिक काम हो रहे हैं। पीएम मोदी की वजह से हमारी रोजी-रोटी चल रही है। पहले कई बार तो हमारी बोहनी भी नहीं हो पाती थी। हम तो तब दिनभर टकटकी लगाए सुबह से लेकर शाम तक मुसाफिरों का इंतजार करते रहते थे। लेकिन, आज की स्थिति उलट है, एक के बाद एक यात्री आते रहते हैं। संगम नगरी को इतनी बड़ी पहचान जो मिल गई है।

आगे अनिल निषाद मिल गए, उनसे पूछा तो कहने लगे, ”अरे, कोरोना महामारी के बाद तो बड़ा बुरा होने वाला था, मोदी सरकार कोरोना महामारी के बाद से आज तक इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मुफ्त राशन दे रही है। सरकार लोगों को सुविधाएं देने में पीछे नहीं हट रही। पीएम मोदी हैं तो सब कुछ मिल रहा है।”

थोड़ा आगे बढ़े तो घाट के किनारे से एक और मल्लाह संगम की लहरों की तरफ नाव बढ़ाते दिख गए, नाम पूछा तो बताया नरेश निषाद, फिर चुनावी राजनीति पर बात शुरू हुई तो कहने लगे, ”इस सरकार ने जो काम किए हैं, वो पिछली कोई भी सरकारों ने नहीं किया। मोदी सरकार में महिलाएं सुरक्षित है, पहले की सरकारों में महिलाओं की सुरक्षा नहीं मिल पाती थी। वर्तमान में सुबह हो या फिर रात हो, महिला अपने घर सुरक्षित लौटती है। अब कोई दबंगई और छीना-झपटी नहीं होती है। ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका सम्मान’ के नारे के साथ सरकार सभी धर्म, जाति के लोगों को साथ लेकर चल रही है। नरेश तो इतना दावा कर गए कि लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार ‘400 पार’ सीटें जीतेगी।

फिर, राजेश निषाद से मुलाकात हुई और उन्होंने कहा, ”मोदी सरकार ने स्कूलों में बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा का इंतजाम किया है। इतना ही नहीं लड़कियों के लिए फ्री ऑनलाइन एजुकेशन भी दी है। इसके अलावा अब स्कूलों में एडमिशन और किताबों का पैसा भी नहीं लगता है।”

वह सरकार के काम से खुश नजर आ रहे थे। बोलते-बोलते बोल गए, ”इतना हमारे लिया किया है तो हम भी सरकार के लिए बढ़-चढ़कर काम करेंगे।”

मल्लाह राजेंद्र प्रसाद से राजनीति पर बात छेड़ी तो कहने लगे, ”पहले यहां पर यात्री नहीं आते थे। अब इतने यात्री आ रहे हैं कि सब लोग अच्छा कमा-खा रहे हैं। सरकार ने इतना अच्छा काम किया। अयोध्या में राम मंदिर भी पीएम मोदी की बदौलत बना।”