गोंदिया, 12 नवंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को महाराष्ट्र के गोंदिया में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा और महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
राहुल गांधी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, “ये विचारधारा की लड़ाई है, संविधान को बचाने की लड़ाई है, नफरत को मोहब्बत से हराने की लड़ाई है। लेकिन, बीजेपी-आरएसएस के लोग इस संविधान को खत्म करने में लगे हैं। मोदी सरकार ये काम सरकारों को गिराकर, किसानों से धन छीनकर, अरबपतियों का कर्ज माफ कर करती है।”
उन्होंने कहा, “देश की संस्थाएं जनता की हैं, यह किसी एक व्यक्ति की नहीं हैं। हमारा पहला काम जातिगत जनगणना का होगा फिर 50 फीसद आरक्षण की सीमा को खत्म करेंगे। हमें ऐसा हिंदुस्तान बनाना है, जहां किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों की इज्जत हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना पैसा अरबपतियों को देंगे, हम उतना पैसा महाराष्ट्र के मजदूरों, गरीबों और किसानों को देंगे।”
राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए महाविकास अघाड़ी की पांच गारंटियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र के लिए महाविकास आघाड़ी की पांच गारंटी। पहली गारंटी- महालक्ष्मी, जिसके तहत महिलाओं को हर महीने 3,000 रुपये और फ्री बस सेवा का लाभ मिलेगा। इसके अलावा दूसरी गारंटी- समानता की, इसमें जातिगत जनगणना होगी और 50 फीसद आरक्षण की सीमा हटाएंगे। तीसरी गारंटी- कुटुंब रक्षा, इसके तहत 25 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य बीमा और मुफ्त दवा उपलब्ध कराई जाएगी। चौथी गारंटी- कृषि समृद्धि। इसके तहत किसानों का 3 लाख रुपये तक कर्ज माफ होगा और नियमित कर्ज चुकाने पर 50,000 रुपये का प्रोत्साहन दिया जाएगा। साथ ही पांचवी गारंटी- युवाओं को वचन, इसके तहत बेरोजगारों को हर महीने 4,000 रुपये की मदद की जाएगी।”
उन्होंने किसानों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सोयाबीन और कपास की खेती करते हुए किसानों के हाथ फट जाते हैं, लेकिन उन्हें सही दाम नहीं मिलता। पीएम मोदी तीन काले कानून लेकर आए, जिसके विरोध में देश के सभी किसान खड़े हो गए। फिर भी नरेंद्र मोदी कहते हैं कि ये बिल किसानों के फायदे के लिए लाया गया था। अगर ये बिल किसानों के फायदे के लिए था तो देश के किसान सड़कों पर क्यों उतरे?
उन्होंने कहा, “देश में लोकतंत्र संविधान की वजह से है। हिंदुस्तान की संस्थाएं भी इसी से निकली हैं। लेकिन, पीएम मोदी और आरएसएस हर समय इसके ऊपर आक्रमण करते हैं। जब भाजपा ने महाराष्ट्र में आपकी सरकार चुरा ली, तब उन्होंने संविधान को कमजोर किया। जब बीजेपी-आरएसएस अपने लोगों को हिंदुस्तान की संस्थाओं में बड़े पदों पर बैठाती है, तो वो संविधान को कमजोर करती है। जब वह किसानों को सही एमएसपी नहीं देते, तो वे संविधान को कमजोर करते हैं।”