लखनऊ, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच सीट शेयरिंग का कोई फार्मूला सामने निकल कर नहीं आया है। ऐसे में सियासत तेज हो चली है।
तमाम तरह के सियासी कयासों के बीच सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी तरफ से सीटों की मांग की थी। हमने कांग्रेस नेतृत्व के सामने अपना पक्ष रख दिया है। हमारे तरफ से जो अंतिम प्रस्ताव था, वो कांग्रेस पार्टी के नेताओं के पास चला गया है। कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने कहा है कि निर्णय उनका केंद्रीय नेतृत्व करेगा। ऐसे में जल्द तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटें फिलहाल खाली हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने नौ सीटों पर ही उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की है। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चुनाव नहीं होंगे, जिस पर पूरे प्रदेश की निगाहें थीं।
प्रदेश की जिन नौ सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उसमें कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, मैनपुरी की करहल, मिर्जापुर की मझवां, अंबेडकरनगर की कटेहरी, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुरादाबाद की कुंदरकी और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट शामिल है।
चुनाव की अधिसूचना 18 अक्टूबर को जारी की गई। नामांकन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर होगी। नामांकन पत्रों की जांच 28 अक्टूबर को होगी। नाम वापसी की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर होगी। मतदान 13 नवंबर को तथा मतगणना 23 नवंबर को होगी।