सीएम उमर अब्दुल्ला के दौरे को लेकर बडाल के लोगों में जगी उम्मीद

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राजौरी, 21 जनवरी (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के राजौरी के बडाल गांव में एक रहस्यमय बीमारी से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। अब तक इस बीमारी की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला यहां आ रहे हैं। वो प्रभावित लोगों से इसे लेकर मुलाकात कर सकते हैं। इस बीच, यहां के कई स्थानीय लोगों ने आईएएनएस से बातचीत की है।

एक स्थानीय बाशिंदे ने कहा कि आज मुख्यमंत्री हमारे बीच में आ रहे हैं। अब हमारी स्थिति कुछ इस तरह से बन चुकी है कि दिल में दर्द हो तो दुआ कीजिए, लेकिन अगर दिल ही दर्द हो, तो क्या कीजिए। यहां पर एक के बाद एक लाश को कंधा देना पड़ा है। यह हमारे लिए बहुत ही दुख और दर्द की बात है। हमारे साथ कई बुजुर्ग भी हैं। इन्होंने भी कभी ऐसे हालात नहीं देखे। यहां कई लोगों के परिवार कब्रिस्तान में तब्दील हो चुके हैं। जो घर आबाद थे, वो अब खामोश शहरों में तब्दील हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री हमारे बीच में आ रहे हैं। उनसे हमें बहुत उम्मीदें हैं। सवाल यह है कि क्या इसके पीछे किसी की साजिश है या कोई चाल चली जा रही है। अगर ऐसा कुछ है, तो हमें पूरी उम्मीद है कि इंसाफ जरूर मिलेगा। सीएम साहब आखिरी हद तक हमें इंसाफ दिलाने की कोशिश करेंगे। आज आप अपनी आंखों से देख सकते हैं कि किस तरह से डर और दहशत का माहौल है। लोगों के जेहन में इसी बात का डर है कि कहीं इस घर के बाद मेरे घर की बारी ना हो।

उन्होंने कहा कि आखिर इसके पीछे के क्या कारण है। यह सामने आए। हम मांग करते हैं कि इसकी जांच की जाए।

वहीं, एक अन्य स्थानीय बाशिंदे ने कहा कि यह बहुत ही दुख की बात है, क्योंकि 17 लोग हमें छोड़कर चले गए। हर मजहब के लोग आए हैं। हमें संवेदना दी है। हम इसके पीछे की वजह जानना चाहते हैं। अगर इंसान द्वारा किए जा रहे कार्यों की वजह से ऐसा हो रहा है, तो वो भी सामने आना चाहिए या अगर यह अल्लाह की ओर से हो रहा है, तो मैं कहता हूं कि वो भी सामने आना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अब तक जितने भी लोग आए हैं, और जितने भी लोग आएंगे, हम उन सभी लोगों के प्रति अपना आभार प्रकट करते हैं। हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री हमारे लोगों के लिए कुछ करें।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी इलाके में एक रहस्यमयी बीमारी से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं। इस बीमारी से लोगों को बचाने के लिए केंद्रीय टीम ने कमर कस ली है। प्रभावितों को जरूरत की सभी चीजें मुहैया कराई जा रही हैं। 2024 के दिसंबर से राजौरी में यह बीमारी बड़े पैमाने पर लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। सात दिसंबर को पहली बार इस बीमारी की चपेट में आने से एक परिवार में सात लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 12 दिसंबर 2024 को इस बीमारी की चपेट में तीन बच्चों की मौत हो गई। इस माह 12 जनवरी को एक परिवार में 10 लोग बीमार पड़ गए।

इसी को लेकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बैठक भी की थी, जिसमें उन्होंने इस बीमारी को लेकर जांच करने का निर्देश भी दिया था, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर यह कैसे और क्यों हो रहा है?