सीएम ममता हिंदुत्व विरोधी, मुस्लिम वोट बैंक को एकजुट करना उनका मकसद : समिक भट्टाचार्य

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कोलकाता, 28 फरवरी (आईएएनएस)। भाजपा नेता अमित मालवीय ने हाल ही में कोलकाता नगर निगम (केएमसी) द्वारा जारी नई छुट्टियों की अधिसूचना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया। उन्होंने ममता सरकार पर धार्मिक तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से निंदनीय करार दिया। मालवीय के बाद, अब भाजपा के राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने भी ममता सरकार पर तंज कसा है।

समिक भट्टाचार्य ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा और ईद उल फितर की छुट्टियों की तुलना करके न केवल बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर का अपमान किया है, बल्कि यह बंगाली समुदाय के भक्ति और दुर्गा पूजा के महत्व को भी अपमानित करने जैसा है। यह वहीं ममता बनर्जी हैं जिन्होंने पहले महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ करार दिया था। यह एक संदेश देने की कोशिश है, जैसे कि वह हिंदुत्व का विरोध कर रही हों। जब देशभर में लोग अपनी धार्मिक भावनाओं के साथ महाकुंभ मेला में जुटते हैं, तो शायद ममता दीदी को यह डर लगा कि उनका वोट बैंक कहीं प्रभावित न हो जाए।

समिक भट्टाचार्य ने ममता सरकार की राजनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि ममता बनर्जी की राजनीति का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनावों में 27 प्रतिशत मुस्लिम वोट बैंक को एकजुट करना है। यह तुष्टीकरण की राजनीति सिर्फ मुस्लिम वोटों को अपने पक्ष में करने के लिए की जा रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल की जनता जागरूक है और उनकी राजनीतिक समझ किसी से छिपा नहीं है।

भट्टाचार्य ने आगे दावा किया कि ममता सरकार अब ज्यादा समय तक नहीं चलेगी। पश्चिम बंगाल के लोग अब जाग चुके हैं और आने वाले समय में ममता सरकार का विसर्जन निश्चित है।

बता दें कि इससे पहले, अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एमसीडी के नोटिफिकेशन को शेयर करते हुए लिखा था कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की इस्लामिक खिलाफत में आपका स्वागत है। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर धार्मिक तुष्टिकरण का आरोप लगाया और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने हिंदू छुट्टी को हटाने का आदेश दिया था।