स्कोप डिफेंस एकेडमी द्वारा “संयुक्त रक्षा सेवा एवं भारतीय वायु सेवा में करियर” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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भोपाल : 4 अक्टूबर/ स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी, स्कोप डिफेंस एकेडमी और श्री सत्य साई महिला महाविद्यालय के कैरियर मार्गदर्शन एवं प्लेसमेंट सेल तथा राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) के संयुक्त तत्वावधान में स्कोप डिफेंस एकेडमी द्वारा “संयुक्त रक्षा सेवा एवं भारतीय वायु सेवा में करियर – प्रेरणा और मार्गदर्शन” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला श्री सत्य साई महिला महाविद्यालय, जो कि प्रतिष्ठित एवं NAAC से ‘A+’ ग्रेड प्राप्त महाविद्यालय है, में आयोजित की गई।

इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को रक्षा सेवाओं, भारतीय सशस्त्र सेनाओं एवं भारतीय वायु सेवा में उपलब्ध करियर अवसरों, चयन प्रक्रिया, पात्रता मानदंड तथा भविष्य की संभावनाओं से अवगत कराना था। इस अवसर पर यह भी बताया गया कि स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में इन सभी परीक्षाओं — जैसे संयुक्त रक्षा सेवा (CDS), वायुसेना भर्ती, एवं अन्य रक्षा संबंधी प्रतियोगी परीक्षाओं — की विशेष तैयारी कराई जाती है। इच्छुक विद्यार्थी इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़कर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

कार्यक्रम में स्कोप डिफेंस एकेडमी से सेवानिवृत्त मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त विंग कमांडर मनीष मिश्रा, विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) श्री अरुण पांडेय, श्री सत्य साई महिला महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अर्चना श्रीवास्तव, विधि प्राचार्य डॉ. अंजू बाजपेई, उप प्राचार्य डॉ. रेनू मिश्रा, कैरियर मार्गदर्शन सेल की प्रभारी डॉ. श्री जी. सेठ, डॉ. सीमा सोनी, डॉ. वर्षा सक्सेना, एनसीसी अधिकारी कैप्टन डॉ. सरिता कुशवाह, प्राध्यापिकाएं एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।

कार्यशाला के मुख्य वक्ता मेजर जनरल श्री श्याम श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) परीक्षा भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में अधिकारी बनने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने चयन प्रक्रिया, प्रशिक्षण पद्धति और राष्ट्र सेवा के गौरवपूर्ण अवसरों पर विस्तार से जानकारी दी।

विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) श्री मनीष मिश्रा ने भारतीय वायु सेना में ग्राउंड ड्यूटी और फ्लाइंग ब्रांच में उपलब्ध करियर अवसरों, पात्रता शर्तों और तैयारी के उपायों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

इस अवसर पर स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आज के युवाओं को केवल नौकरी पाने की नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की भावना के साथ आगे बढ़ना चाहिए। रक्षा सेवाएँ अनुशासन, नेतृत्व और समर्पण का सर्वोच्च उदाहरण हैं।

एसजीएसयू के कुलगुरु डॉ. विजय सिंह और रजिस्ट्रार डॉ. सितेश कुमार सिन्हा ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएँ छात्राओं को न केवल करियर अवसरों से परिचित कराती हैं, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और लक्ष्य के प्रति स्पष्टता भी बढ़ाती हैं।

श्री सत्य साई महिला महाविद्यालय की निदेशक डॉ. प्रतिभा सिंह ने कहा कि रक्षा सेवाओं में करियर केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति समर्पण और गौरवपूर्ण जीवन शैली का प्रतीक है।