सिरसा, 25 मार्च (आईएएनएस)। हरियाणा के सिरसा की अनाज मंडी में सोमवार से सरसों की सरकारी खरीद की प्रक्रिया शुरू हो गई। मंडी में 5 लाख 10 हजार क्विंटल सरसों की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें से अब तक 2,600 क्विंटल सरसों आ चुकी है। वहीं, किसानों को मंडी में अधिकतम सुविधाएं प्रदान करने के लिए मार्केट कमेटी ने कई कदम उठाए हैं, जिनमें पानी, शौचालय, कूलर और शेड की व्यवस्था शामिल है।
मार्केट कमेटी के सचिव वीरेंद्र मेहता ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस साल सरकारी खरीद प्रक्रिया को लेकर व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मंडी में किसानों की सुविधा के लिए शेड, पानी, कूलर और शौचालय की उचित व्यवस्था की गई है।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे अपनी फसल को सुखाकर मंडी में लाएं, ताकि फसल में नमी न हो। उन्होंने बताया कि सिरसा अनाज मंडी में 18 लाख क्विंटल गेहूं और 5 लाख क्विंटल सरसों की आवक होने की उम्मीद है। गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए, पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी किसान को किसी भी प्रकार की दिक्कत होती है, तो वह सीधे उनसे संपर्क कर सकता है। इसके बाद समस्या का त्वरित समाधान कराया जाएगा।
मार्केट कमेटी के सचिव वीरेंद्र मेहता ने कहा कि सिरसा मंडी में अब तक 2,600 क्विंटल सरसों आ चुकी है, जबकि कुल 5 लाख 10 हजार क्विंटल की आवक का लक्ष्य रखा गया है। प्राइवेट फर्मों के माध्यम से सरसों की खरीद की जा रही है।
मार्केट कमेटी की व्यवस्था इस बार पहले से ज्यादा दुरुस्त नजर आई, जिसमें पानी के कूलर, शौचालय और साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था की गई है।
मेहता ने आगे कहा कि मंडी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस से तालमेल स्थापित किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न न हो।
हालांकि, कुछ किसानों ने मंडी की सुविधाओं को लेकर सवाल उठाए हैं। किसान जगदीश ने बताया कि मंडी में पानी और सफाई की व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पीने के पानी की व्यवस्था सही नहीं है, पानी गर्म है और सफाई की स्थिति भी ठीक नहीं है। हमें फसल में नमी बताई जा रही है, जो कि हमारे लिए एक बड़ी समस्या है।
एक अन्य किसान ने सफाई को लेकर गंभीर सवाल उठाए। उनका कहना था कि मंडी में न तो सफाई की व्यवस्था ठीक है और न ही पीने के लिए ठंडा पानी उपलब्ध है। सफाई कर्मचारी भी सिर्फ मूकदर्शक बने हुए हैं।