हिट होते-होते रह गई थी मल्टीस्टारर ‘क्षत्रिय’, ‘खलनायक’ स्टार बने थे वजह

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मुंबई, 25 मार्च (आईएएनएस)। ‘दुश्मनी की तलवार की धार एक तरफ नहीं होती है, दोनों तरफ होती है…’ राजस्थान के दो राजपूत परिवारों की आपसी दुश्मनी पर बनी फिल्म ‘क्षत्रिय’ में कई सितारों की चमक देखने को मिली थी। रॉयल थीम, शानदार सितारे, गजब के डायलॉग्स। फिल्म फिर भी चल न सकी, क्यों? 26 मार्च 1993 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म के न चलने की वजह अभिनेता संजय दत्त बने थे।

क्षत्रिय साल 1993 में रिलीज हुई फिल्म है, जो राजस्थान के दो राजपूत परिवारों की आपसी दुश्मनी की कहानी को पर्दे पर उतारती है। फिल्म का निर्देशन और सह-लेखन जे.पी. दत्ता ने किया था, जिसमें अभिनेता सुनील दत्त, विनोद खन्ना, धर्मेंद्र, संजय दत्त, सनी देओल के साथ राखी, मीनाक्षी शेषाद्रि, दिव्या भारती, सुमालता, रवीना टंडन जैसे शानदार कलाकार अहम भूमिकाओं में हैं।

बता दें, फिल्म दर्शकों के बीच काफी मशहूर हुई थी और इसके गाने भी खूब पसंद किए गए थे। हालांकि, यह बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखाने में नाकाम रही। किसी तरह से अपना बजट ही निकाल सकी।

जानकारी के अनुसार, फिल्म के हर एक गाने को दर्शकों का प्यार मिला। ये गाने थे – ‘हैलो हैलो’, ‘मैं खींची चली आई’, ‘दिल ना किसी का जाए’, ‘छम छम बरसो पानी’, ‘तूने किया था वादा’। अब जानते हैं कि फिल्म की असफलता का ठीकरा संजय दत्त के सिर पर क्यों फोड़ा गया?

जानकारी के अनुसार, फिल्म शानदार ओपनिंग करने में भी सफल हो गई थी और लगभग 45 लाख से अपना खाता खोला था। इसी बीच संजय दत्त की वजह से फिल्म विवादों में फंस गई। फिल्म पहले 20 नवंबर 1992 में रिलीज होने वाली थी, लेकिन रिलीज से कुछ दिन पहले ही मुंबई में हुए सांप्रदायिक दंगे की वजह से सिनेमाघरों में नहीं आ सकी। यहां तक कि रिलीज के लगभग तीन सप्ताह बाद स्क्रीनिंग पर भी कुछ दिनों के लिए रोक लगा दी गई थी।

संजय दत्त का नाम बॉम्बे बम ब्लास्ट केस में आया था और 19 अप्रैल को उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसका खामियाजा फिल्म को भुगतना पड़ा था और बेहतरीन काम के बावजूद फिल्म सुपरहिट का टैग लेने में असफल रही।