हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार पर लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद : भाजपा

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नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद करार देते हुए विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला है।

भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हेमंत सोरेन गिरफ्तार हो गए हैं, जो कानूनी कार्यवाही चल रही है, उस पर उन्हें कुछ नहीं कहना है। लेकिन, उनके समर्थकों द्वारा जो आरोप लगाया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा विपक्षी पार्टियों की सरकार को तोड़ने की कोशिश की जा रही है और विशेष रूप से आदिवासी नेताओ को प्रताड़ित किया जा रहा है, वह पूरी तरह से बेबुनियाद है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के आदिवासी समाज की बहुत ही चिंता करती है। मोदी सरकार ने ही पहली बार आदिवासी समुदाय की महिला नेत्री द्रौपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनाया, देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर बैठाया। इससे पहले दलित समाज से आने वाले रामनाथ कोविंद को भारत का राष्ट्रपति बनाया। बिरसा मुंडा म्यूजियम को स्थापित कर आदिवासी समाज के नेताओं के योगदान को नई पीढ़ी के सामने लाने में मोदी सरकार की बहुत बड़ी भूमिका है। आदिवासी समाज के विकास के लिए भी मोदी सरकार ने विशेष योजनाएं चलाई हैं।

भाजपा नेता ने हेमंत सोरेन और उनके पक्ष में बयान देने वाले नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि यह कहां लिखा है कि पहले आप लूट करो फिर बोलो कि आदिवासी समाज को परेशान किया जा रहा है। हेमंत सोरेन के खिलाफ तीन मामले हैं, पहला- जमीन की लूट का, दूसरा- अवैध खनन का और तीसरा- कोयला खदानों में घोटाले का। इन तीनों में सिर्फ एक मामले में अभी पेशी हुई है।

उन्होंने कहा कि घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं तो इसकी जांच नहीं होनी चाहिए क्या ? आदिवासी समाज से आते हैं तो क्या ज़मीन का घोटाला करेंगे ?

उन्होंने हेमंत सोरेन के कार्यकाल में हुए कई घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि आप आदिवासी समाज की बात करते हैं। लेकिन, आदिवासियों की जमीन लूटते हैं और लुटवाते हैं ? भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं हेमंत सोरेन और अब आदिवासी समाज का नाम ले रहे हैं।

विपक्षी नेताओं पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री जेल गए, सांसद जेल गए, बंगाल में बड़े-बड़े मंत्री जेल गए, क्या उन लोगों को अभी तक अदालत से जमानत मिली ?