नई दिल्ली, 20 जून (आईएएनएस)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1971 का साल बेहद अहम है। इस साल ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहला वनडे मैच मेलबर्न में खेला गया था। वनडे फॉर्मेट पारंपरिक टेस्ट से ज्यादा रोमांचक था। लेकिन, इसके रोमांच की पराकाष्ठा 1975 में दिखी जब पहला विश्व कप खेला गया। ऑस्ट्रेलिया को हराकर वेस्टइंडीज ने पहला विश्व कप जीता था और क्रिकेट की दुनिया में अपना वर्चस्व कायम किया था।
1975 में विश्व कप वनडे फॉर्मेट में 60-60 ओवरों का खेला गया था। 21 जून को इंग्लैंड की राजधानी लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान में पहले वनडे विश्व कप का फाइनल खेला गया था।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान इयान चैपल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था। वेस्टइंडीज की टीम ने पूरे 60 ओवर खेले और 8 विकेट के नुकसान पर 291 रन बनाए थे। कप्तान क्लाइव लॉयड ने मात्र 85 गेंदों में 12 चौके और 2 छक्के लगाते हुए 102 रन बनाए थे। यह ऐसी पारी थी जिसकी कल्पना तब किसी ने नहीं की थी। अंत में इस पारी ने मैच में अंतर पैदा किया और वेस्टइंडीज को चैंपियन बनाया। लॉयड के अलावा रोहन कन्हाई ने 55 रन की पारी खेली थी। केथ बॉएस ने 34 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया के लिए गैरी गिल्मर ने 12 ओवर में 48 रन देकर 5 विकेट लिए थे। जेफ थॉमसन ने 2 और डेनिस लिली ने 1 विकेट लिए थे।
292 रन के विजयी लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया 58.4 ओवर में 274 पर सिमट गई और 17 रन से न सिर्फ मैच गंवाया बल्कि पहला विश्व कप जीतने का मौका भी चूक गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान इयान चैपल ने सर्वाधिक 62, अलन टर्नर ने 40 और डग वॉल्टर्स ने 35 रन बनाए थे। वेस्टइंडीज के लिए केथ बॉएस ने 12 ओवर में 50 रन देकर 4 विकेट लिए थे। कप्तान क्लाइव लॉयड को उनकी 102 रन की पारी और 1 विकेट के लिए प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।
वेस्टइंडीज ने 1979 का विश्व कप भी ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीता था। 1983 में वेस्टइंडीज लगातार तीसरे वनडे विश्व कप फाइनल में पहुंची थी। लेकिन, भारत से उसे हार का सामना करना पड़ा था। 1983 के बाद वेस्टइंडीज फिर कभी वनडे विश्व कप के फाइनल में नहीं पहुंची है।