भुवनेश्वर, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को पार्टी के गठन के 28 साल पूरे होने पर खुशी व्यक्त की।
नवीन पटनायक ने कहा, “मुझे खुशी है कि आज बीजद ने 28 साल पूरे कर लिए हैं और अब 28वें साल में कदम रख रहा है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या बीजद की हार का कारण ईवीएम में अनियमितताएं थीं, उन्होंने कहा, “यह कुछ असामान्य लगता है। इसकी जांच जरूरी है। हम पेपर बैलेट के पक्ष में हैं। बीजेपी ईवीएम को लेकर इतनी रक्षात्मक क्यों है? किसी ने उन पर आरोप नहीं लगाए हैं, फिर भी उनका व्यवहार सवाल खड़ा करता है।“
जब उनसे पूछा गया कि उनके बाद बीजद का नेतृत्व कौन करेगा, तो उन्होंने कहा, “मैं लंबे समय से यहां हूं। मैंने इस बारे में अभी तक नहीं सोचा है।”
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर उन्होंने कहा, “हम इस प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं।”
भारत रत्न के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा, “मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन हमारी पार्टी और कई अन्य लोग बीजू पटनायक को भारत रत्न देने का समर्थन करते हैं।”
उन्होंने अंबेडकर को लेकर गृह मंत्री के बयान पर कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”
शंख भवन में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने पार्टी के प्रति लोगों के प्यार पर जोर दिया और अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बीजद अगले 100 वर्षों तक ओडिशा के लोगों की सेवा करती रहेगी। ओडिशा का हित सबसे महत्वपूर्ण है। एक मजबूत क्षेत्रीय पार्टी के रूप में बीजद “केंद्र सरकार के अन्याय” के खिलाफ और ओडिशा के अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
नवीन पटनायक ने कहा, “आज के दिन साल 1997 में बीजू जनता दल की शुरुआत हुई थी। बीजू बाबू के आदर्शों से प्रेरित होकर उनके अनुयायी एक साथ आए और इस पार्टी का गठन किया। कई लोगों ने इसके अस्तित्व, सफलता और विकास पर शक जताया। कुछ ने तो यहां तक कहा कि मुझे राजनीति का अनुभव नहीं है। हालांकि, आपकी मेहनत और ओडिशा के लोगों के आशीर्वाद से, बीजद ने लगातार पांच चुनाव जीते हैं और मुझे आपकी सेवा करने का मौका मिला है।”
पिछले 24 साल में बीजद सरकार की उपलब्धियों पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “आज ओडिशा एक मजबूत और समृद्ध राज्य बन चुका है, जिसे दुनिया भर में मान्यता मिली है। पहले जहां ओडिशा को खाद्यान्न के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता था, अब ओडिशा खुद खाद्य निर्यात करता है। राज्य में गरीबी कम हुई है, लोगों की आय में बढ़ोतरी हुई है, और ओडिशा आपदा प्रबंधन में एक मॉडल बन गया है। साल 2000 में जो राज्य कर्ज में डूबा हुआ था, वह अब बजट में अधिशेष (सरप्लस) वाला राज्य बन चुका है। ओडिशा महिला सशक्तिकरण और आर्थिक स्थिरता में भी आगे बढ़ रहा है, और भारत की ‘खेल राजधानी’ के रूप में भी पहचान बना चुकी है।”
पार्टी की चुनावी हार पर नवीन पटनायक ने कहा कि कई लोग यह सवाल कर रहे हैं कि हम पिछला चुनाव कैसे हार गए। मैं यह साफ करना चाहता हूं कि हमने लोगों का विश्वास नहीं खोया है। भाजपा ने सत्ता हासिल करने के लिए “झूठ, झूठे वादे और धोखे” का सहारा लिया। उनके झूठ के बावजूद, उन्हें हमसे कम वोट मिले। हमारी गलती यह थी कि हम उनके नकारात्मक प्रचार और झूठे दावों का ठीक से मुकाबला नहीं कर पाए, खासकर सोशल मीडिया पर।
वर्तमान सरकार पर टिप्पणी करते हुए पटनायक ने कहा, “पिछले छह महीने में ओडिशा के लोगों के लिए भाजपा सरकार का सबसे बड़ा तोहफा महंगाई रही है। दाल, चावल और तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे हर घर परेशान है। किसान भी परेशान हैं, धान खरीदने में समस्या हो रही है, और मिशन शक्ति की महिलाओं को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यह सरकार लोगों के संघर्ष के प्रति कब जागेगी?”