29 अगस्त विशेष : जब सचिन तेंदुलकर खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले पहले क्रिकेटर बने

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    नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट इतिहास का सर्वकालिक महान बल्लेबाज माना जाता है। उन्हें क्रिकेट का भगवान भी माना जाता है। एक क्रिकेटर के रूप में जितनी उपलब्धियां और सम्मान उन्होंने अर्जित किया है, वो दूसरे क्रिकेटरों के लिए सपना है। भारत में खेल रत्न पुरस्कार खेल क्षेत्र का सबसे बड़ा पुरस्कार है। सचिन यह सम्मान हासिल करने वाले पहले क्रिकेटर थे।

    सचिन तेंदुलकर को 1997 में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था। उनसे पहले यह सम्मान किसी क्रिकेटर को नहीं मिला था। सचिन को 29 अगस्त 1998 को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर ‘खेल रत्न’ का पुरस्कार दिया गया था।

    सचिन के बाद एमएस धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा को खेल रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। महिला क्रिकेटरों में मिताली राज को यह सम्मान दिया गया है।

    सचिन की झोली पुरस्कारों से भरी हुई है। क्रिकेट के क्षेत्र में उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए भारत सरकार ने 2014 में उन्हें ‘भारत रत्न’ सम्मानित किया था। भारत का यह सर्वोच्च पुरस्कार है।

    उन्हें अर्जुन पुरस्कार, पद्मश्री, पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।

    सचिन को ऑस्ट्रेलिया सरकार से ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया सम्मान भी मिल चुका है।

    सचिन दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाए हैं। वनडे और टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है। 1989 से लेकर 2013 तक के अंतर्राष्ट्रीय करियर में सचिन ने 200 टेस्ट मैचों में 51 शतक लगाते हुए 15,921 रन और 463 वनडे में 49 शतक लगाते हुए 18,426 रन बनाए हैं। वनडे का पहला दोहरा शतक सचिन ने ही लगाया था। वनडे में 154 और टेस्ट में 46 विकेट भी उनके नाम हैं। वहीं, 1 टी20 में 10 रन और 1 विकेट उनके नाम हैं।