हर कीमत पर 31 दिसंबर तक पूरा करें गंगा एक्सप्रेसवे मुख्य कैरिजवे का कार्यः मंत्री नंदी

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लखनऊ, 10 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने शनिवार को प्रयागराज से मेरठ तक बन रही गंगा एक्सप्रेसवे का प्रतापगढ़ में स्थलीय निरीक्षण किया। इसमें मिट्टी के कार्य की रफ्तार धीमी मिलने पर नाराजगी जताते हुए मंत्री नंदी ने अधिकारियों को कार्य की गति बढ़ाने एवं हर हाल में 31 दिसम्बर तक 596 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के फर्स्ट कैरिज वे का निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए।

मंत्री नंदी ने निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के स्थलीय निरीक्षण में कार्य की रफ्तार धीमी मिलने पर अधिकारियों से कहा कि 20 अगस्त तक रिपोर्ट प्रस्तुत करें कि इस साल 31 दिसंबर तक गंगा एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिजवे का कार्य किस तरह पूरा करेंगे। मंत्री नंदी ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैन पॉवर बढ़ाएं या फिर मशीनरी, लेकिन हर हाल में निर्धारित तिथि तक कार्य पूरा करें।

मंत्री ने जनपद प्रतापगढ़ के अस्करनपुर झिंगुर कुंडा में गंगा एक्सप्रेसवे के चैनेज 601-457, प्रयागराज-लखनऊ मार्ग पर चैनेज 576-558 और चैनेज 565-200 पर चल रहे कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। मंत्री ने निर्माणाधीन स्थल पर पहुंच कर निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के साथ ही गुणवत्ता की भी जानकारी ली। निर्धारित लक्ष्य के साथ ही अब तक की प्रगति के बारे में पूछा। इस पर मिट्टी के कार्य की रफ्तार धीमी मिली।

इस पर मंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि मिट्टी के कार्य की रफ्तार धीमी क्यों है। इसका जवाब देते हुए अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण मिट्टी के कार्य में दिक्कत आ रही है। निरीक्षण करने के बाद मंत्री नंदी सर्किट हाउस प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही महाकुम्भ 2025 से पहले निर्धारित अवधि 31 दिसंबर तक निर्माण कार्य पूर्ण होने की योजनाओं की समीक्षा की।

मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मिट्टी का कार्य काफी पीछे है। इस पर मंत्री नंदी ने यूपीडा के अधिकारियों के साथ ही गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण से जुड़े सभी को निर्देश दिया कि गंगा एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिजवे का निर्माण हर हाल में 31 दिसंबर तक पूरा करना है। इसे कैसे पूरा करना है ये आप जानें, लेकिन इस कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सभी जिम्मेदारी अधिकारी डे बाई डे का प्लान बनाएं। समीक्षा करें, जो भी कमियां और समस्याएं आ रही हैं उसे दूर करें। किसी भी स्तर पर कोई समस्या हो, तो उसका तत्काल निवारण करें। निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के मिट्टी कार्य में धीमी रफ्तार पर अधिकारियों के साथ ही कांट्रेक्टर ने काफी दूर से मिट्टी मंगाने की जानकारी दी। इस पर मंत्री ने कहा कि मिट्टी का कार्य ही सबसे महत्वपूर्ण है, इसमें कई लेयर का काम होता है। इस कार्य में ही सबसे अधिक समय लगता है। इसलिए मिट्टी दूर से मंगाया जा रहा है, तो डम्फर की संख्या और बढ़ाई जाए, जरूरत पड़े तो मैन पॉवर और बढ़ाएं। हर हाल में 31 दिसंबर तक मेन कैरिजवे का कार्य पूरा करें। ताकि महाकुम्भ 2025 में श्रद्धालु आसानी से प्रयागराज आ सकें और संगम में पुण्य की डुबकी लगा सकें।

— आईएएनएस

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