नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई की दर इस साल अगस्त में मामूली वृद्धि के साथ 3.65 प्रतिशत पर रही, जो पांच साल का दूसरा निचला स्तर है। इससे पहले जुलाई में यह 3.6 प्रतिशत और पिछले साल अगस्त में 6.83 प्रतिशत पर रही थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर भी जुलाई के 5.42 प्रतिशत से बढ़कर 5.66 प्रतिशत हो गई, जो जून 2023 के बाद का दूसरा निचला स्तर है।
खाद्य पदार्थों की बात करें तो अगस्त 2023 की तुलना में इस साल अगस्त में दालों एवं उनके उत्पादों के दाम 13.60 प्रतिशत और सब्जियों के दाम 10.71 प्रतिशत बढ़े हैं। अनाजों की महंगाई दर 7.31 प्रतिशत और अंडों की 7.14 प्रतिशत रही। फलों के दाम एक साल पहले की तुलना में 6.45 प्रतिशत बढ़े।
अन्य उत्पादों में मांस एवं मछली के उपसमूह की महंगाई दर 4.30 प्रतिशत, दूध एवं डेयरी उत्पादों की 2.98 प्रतिशत और चीनी एवं कंफेक्शनरी उत्पादों की 4.70 प्रतिशत रही।
मसालों के दाम में 4.40 फीसदी की गिरावट देखी गई। ईंधन एवं बिजली वर्ग में कीमतों में 5.31 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
लगातार कई महीने तक ऊंची महंगाई दर से परेशान आम लोगों को इस साल जुलाई के बाद अगस्त में लगातार दूसरे महीने राहत मिली है। इससे पहले खुदरा महंगाई दर लगातार पांच प्रतिशत के आसपास या उससे ऊपर बनी हुई थी। वहीं, खाद्य महंगाई दर अक्टूबर 2023 के बाद पहली बार जुलाई में आठ फीसदी से नीचे आई थी।
केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक को मध्यम अवधि में औसत खुदरा महंगाई को चार प्रतिशत के आसपास रखने का लक्ष्य दिया है ताकि विकास और महंगाई दर में संतुलन कायम रखा जा सके और आर्थिक विकास का लाभ आम लोगों को भी मिल सके।