नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। 1991 से 2012 तक टाटा समूह का नेतृत्व करने वाले प्रतिष्ठित भारतीय कारोबारी रतन टाटा का बुधवार देर रात निधन हो गया। वे अब हम सब के बीच नहीं रहे, लेकिन वे अपने पीछे एक बड़ी विरासत छोड़ गए।
उनके दूरदर्शी नेतृत्व में, टाटा समूह ने टेटली, जगुआर लैंड रोवर और कोरस जैसे रणनीतिक अधिग्रहणों के साथ वैश्विक स्तर पर विस्तार किया और आईटी, दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में जबरदस्त तेजी देखी।
वर्ष 2012 में सेवानिवृत्ति के बाद रतन टाटा ने अपने अंतिम समय तक सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाया। इस दौरान उन्होंने कई नए स्टार्टअप और शिक्षण संस्थानों को प्रोत्साहित किया। उन्हें हमेशा से आम आदमी को प्रेरित करने के लिए जाना जाता रहा है। उनके मोटिवेशनल कोट्स के साथ हर व्यक्ति को आगे बढ़ने की सीख मिलती है।
इस आर्टिकल में आपको रतन टाटा की कही उन बातों को ही बता रहे हैं, जो आपको जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकती हैं- “अगर आप जीवन में तेज चलना चाहते हैं तो अकेले चलिए, लेकिन अगर आप जीवन में दूर तक चलना चाहते हैं तो साथ चलिए।”
“लोहे को कोई भी नष्ट नहीं कर सकता है, लेकिन इसकी खुद की जंग इसे खराब कर सकती है। इसी तरह किसी व्यक्ति के खुद के माइंड सेट के अलावा उसे कोई खत्म नहीं कर सकता है।”
“मैं सही फैसले लेने में विश्वास नहीं रखता। पहले मैं फैसले लेता हूं, उसके बाद लिए गए फैसलों को सही बनाता हूं।”
“अवसरों के पैदा होने और उनके आपके पास आने का इंतजार न करें, अपने अवसरों को खुद बनाएं।”
“किसी खतरे को मोल न लेना ही सबसे बड़ा खतरा है। तेजी से बदलती इस दुनिया में फेल होने के लिए एकमात्र रणनीति किसी खतरे को न उठाना है।”
“जीवन में आगे बढ़ने के लिए ऊंच-नीच दोनों होना बेहद जरूरी है। क्योंकि, एक ईसीजी में भी सीधी लाइन का मतलब यही होता है कि हम जिंदा नहीं हैं।”
“चुनौतियों का सामना करने में दृढ़ और लचीला बनें, क्योंकि वे सफलता की आधारशिला हैं।”