कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में लोगों को मिले सभी अधिकारों को वापस लेना चाहती है : राज्यवर्धन सिंह राठौड़

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जयपुर, 8 नवंबर (आईएएनएस)। राजस्थान सरकार के मंत्री और सेवानिवृत्त कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए ‘भारत को खंडित करने की मानसिकता’ वाली पार्टी बताया।

बीजेपी प्रदेश कार्यालय में राजस्थान सरकार के मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने प्रेस वार्ता में कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में धारा 370 को पुनः लागू करने की कोशिश को ‘भारत को खंडित करने की मानसिकता’ का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह घटना कांग्रेस और उसके सहयोगियों की नापाक मानसिकता को एक बार फिर उजागर करती है।

राठौड़ ने कहा, ”इंडी गठबंधन और कांग्रेस की यह मानसिकता बार-बार सामने आती है कि वे भारत को खंडित करने की कोशिश कर रहे हैं। यह जो धारा 370 को वापस लाने का नाकामयाब प्रयास हुआ, वह भारत की अखंडता को चुनौती देने का एक और कदम था।”

उन्होंने राहुल गांधी पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ”राहुल गांधी और कांग्रेस ने भारत को तोड़ने वाली ताकतों के साथ हाथ मिलाया है। 2010 में राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी नेताओं से बातचीत की थी, जबकि वे यूरोप और अमेरिका में भारत के लोकतंत्र को खतरे में बताते रहे।”

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान सरकार के मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए इसे आजादी के बाद की सबसे बड़ी ‘प्राइवेट पॉलिटिकल पार्टी’ करार दिया।

राठौड़ ने कांग्रेस की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से करते हुए कहा कि इस पार्टी ने भी देश को लूटने का ही काम किया है। उन्होंने इशारों में ‘युवराज’ का जिक्र करते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा, ”राजनीतिक भाषा में युवराज किसे कहा जाता है, यह सभी जानते हैं।”

कश्मीर पर बोलते हुए राठौड़ ने कहा, ”पिछले 35 सालों में जब धारा 370 लागू थी, तब कश्मीर में 3,000 दिन तक बंद का सामना करना पड़ा था। यानी 35 सालों में कश्मीर 8 साल तक बंद रहा। लेकिन, पिछले 5 सालों में कश्मीर 8 घंटे के लिए भी बंद नहीं हुआ। पत्थरबाजी पूरी तरह से बंद हो गई है और अलगाववादी गतिविधियां 70 फीसदी कम हो गई हैं। इसके चलते कश्मीर में पर्यटन में काफी बढ़ोतरी हुई है।”

राठौड़ ने आगे कहा, ”हमने कमजोर वर्गों को संवैधानिक अधिकार दिए, उन्हें मतदान की ताकत मिली, संपत्ति के अधिकार मिले। लेकिन, कांग्रेस इन सभी अधिकारों को वापस लेना चाहती है।”