भोपाल : 20 नवंबर/ संविधान दिवस के उपलक्ष्य में रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई व विधि संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में सीएम राईज़ स्कूल रायसेन के सहयोग से संविधान जागरुकता यात्रा व रैली का आयोजन रायसेन में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुश्री मोनिका पटेल, सहायक संचालक शिक्षा विभाग, रायसेन ने कहा कि भारतीय संविधान केवल सूचनाओं, नियमों व कानूनों का संग्रह मात्र नहीं है बल्कि यह हमारे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के महान सेनानियों के विचारों व उनकी भावनाओं का जीवंत दस्तावेज है। वहीं विशिष्ट अतिथि श्री लक्ष्मीनारायण प्रधान प्राचार्य सीएम राईज़ स्कूल रायसेन ने कहा कि शिक्षा प्राप्त कर चुके व वर्तमान में शिक्षा प्राप्त कर रहे सभी लोगों का यह प्राथमिक कर्तव्य है कि वो संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों व मौलिक कर्तव्यों की जानकारी समाज में पिछले पायदान पर खड़े लोगों को दें। इस अवसर पर विधि संस्थान के डीन डॉ नीलेश शर्मा ने मानवाधिकारों पर छात्र छात्राओं को जानकारी दी। श्री शर्मा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अथवा संस्था आपके मौलिक अधिकारों का हनन करता है तो आप संविधान द्वारा प्रदत्त संवैधानिक उपचार का अधिकार के तहत सर्वोच्च न्यायालय जा सकते हैं।
कार्यक्रम के सूत्रधार फिल्म निर्माता व लेखक श्री रामपाल सिंह ने कहा कि संविधान जागरुकता यात्रा अथवा रैली लोगों को विचार करने व अपने अधिकारों के लिए लड़ने की ताकत देगी । राष्ट्रीय सेवा योजना व विधि विभाग द्वारा आयोजित इस रैली की मैं सराहना करता हूं। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक व कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना के बताया कि किस तरह राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक संविधान की प्रस्तावना को आम जन तक लेकर जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक स्वयंसेवक उन कमजोर वर्ग के लोगों के अधिकार प्राप्ति का जरिया बन सकता है जो अपने अधिकारों जैसे कि शिक्षा का अधिकार, स्वतंत्रता व समानता का अधिकार, सम्मान पूर्वक जीवन जीने का अधिकार इत्यादि से अनभिज्ञ हैं। कार्यक्रम के सफल आयोजन में विधि विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ नाइश ज़मीर, सहायक प्राध्यापक डॉ मेघा घुघुस्कर, सुश्री मोहनी पाल, डॉ ध्वनि शर्मा, श्री दिव्यांश भार्गव नेशनल केंपर जमशेद आलम, स्वयंसेवक शिवेंद्र राजपूत, सत्यम वर्मा, गुलशन कुमार, देव्या पांडे इत्यादि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।