बहादुरगढ़, 21 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली-एनसीआर इन दिनों प्रदूषण की मार झेल रहा है। पिछले कई सप्ताह से यहां एक्यूआई लगातार 400 के आसपास बना हुआ है। दिल्ली से सटे हरियाणा के बहादुरगढ़ में भी प्रदूषण का स्तर एक बार फिर 400 के पार पहुंच गया है जिससे शहर में हवा की गुणवत्ता गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है।
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) ने तीन मार्केट समितियों, बहादुरगढ़ नगर परिषद और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) पर प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय नहीं करने पर जुर्माना लगाया है। इससे पहले हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एचएसआईडीसी), पीडब्ल्यूडी और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) पर भी 10-10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। पिछले एक सप्ताह में 13 निर्माण स्थलों पर भी जुर्माना लगाया गया है। दिल्ली से सटे इस शहर में बढ़ते प्रदूषण के कारण ग्रेप-4 की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। हवा में पीएम2.5 और पीएम10 की मात्रा में वृद्धि के कारण लोगों को सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन का सामना करना पड़ रहा है। टूटी हुई सड़कों और निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल तथा फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण के मुख्य कारण हैं।
एचएसपीसीबी में असिस्टेंट एनवायरमेंटल इंजीनियर अजय बूरा ने बताया, “बहादुरगढ़ में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसमें दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र का प्रभाव देखा जा रहा है। बोर्ड ने विभिन्न विभागों को नोटिस और जुर्माना जारी किया है, जिनमें एनएचएआई, एचएसवीपी, एचएसआईडीसी और मार्केटिंग बोर्ड शामिल हैं। इन विभागों को उन स्थानों पर प्रदूषण नियंत्रण के उपायों की कमी के लिए दंडित किया गया है, जहां प्रदूषण अधिक था। विशेषकर सड़क पर उड़ती धूल और पराली जलाने की घटनाओं के कारण समस्या बढ़ी है।”
उन्होंने कहा कि पानी छिड़कने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है, और ग्रैप-4 पाबंदियों के तहत निजी निर्माण साइटों को बंद कर दिया गया है। साथ ही, इन साइटों पर एंटी स्मोग गन का इस्तेमाल भी बढ़ाया गया है। सरकारी विभागों पर, जैसे एचएसवीपी और एचएसआईडीसी पर 10 लाख रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया गया है। निजी निर्माण साइटों पर जुर्माना उनके उल्लंघनों के आधार पर लगाया गया है। यहां धान की खेती कम है, लेकिन सड़क धूल और निर्माण कार्यों के कारण प्रदूषण ज्यादा हो रहा है। एनएचएआई द्वारा बाईपास क्षेत्र में टूटी हुई सड़कों को लेकर समस्या है, और इसे जल्द हल करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 से ऊपर बना हुआ है।”