भेदभाव रहित समाज से ही दुनिया में शांति संभव : नंदिता

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मुंबई, 10 दिसंबर (आईएएनएस) । फिल्म इंडस्ट्री की खूबसूरत और प्रशंसित अभिनेत्री नंदिता दास ने मानवाधिकार दिवस के अवसर पर कहा कि भेदभाव न करने का अधिकार ही शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण दुनिया बनाने का एकमात्र तरीका है।

मानवाधिकार दिवस के अवसर पर नंदिता ने कहा, “जब हम भेदभाव करते हैं तो हम दूसरों को भी ऐसा करने के लिए उकसाते हैं। हम दूसरे से डरते हैं, हम अन्यायी बन जाते हैं और हिंसा को सही बताते हैं।”

नंदिता के अलावा, अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा, अनुष्का सेन और रुचि नारायण ने अभिनेत्री शीना चौहान की “रीड मी माय राइट्स” अभियान शुरू करने में मदद की।

“रीड मी माय राइट्स” अभियान को समर्थन देने वाले सितारों की लिस्ट में प्रीति जिंटा, रवीना टंडन, सोनू सूद, इम्तियाज अली, गुनीत मोंगा, संजना सांघी समेत अन्य कलाकार भी हैं। इन सितारों ने शीना के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार सार्वभौमिक घोषणापत्र में विभिन्न अधिकारों के बारे में जागरूकता लाने में मदद की है।

प्रीति जिंटा और गुनीत मोंगा ने महिला अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाने का विकल्प चुना, जिसमें भेदभाव न करने का अधिकार शामिल है, सोनू सूद ने भोजन और आश्रय का अधिकार चुना, रवीना टंडन ने निष्पक्ष और स्वतंत्र दुनिया का अधिकार चुना।

इम्तियाज अली ने विचार की स्वतंत्रता को चुना, संजना सांघी ने खेलने का अधिकार चुना और टिस्का चोपड़ा ने जीवन का अधिकार चुना।

संयुक्त राष्ट्र की घोषणापत्र से शिक्षा के अधिकार को पढ़ने के बाद, सोनाक्षी सिन्हा ने कहा, “यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि शिक्षित होने का मतलब जागरूक होना है और जागरूक होना एक ताकत है। एक बार जब आपके पास वह शक्ति होगी तो आप दूसरों को शिक्षित करके इसका लाभ उठा सकते हैं।”

उन्होंने कहा, ये अधिकार प्रेम, सहानुभूति, करुणा और सद्भाव की भावना पैदा करते हैं, जो समय की मांग है। शिक्षा वास्तव में ऐसी चीज है, जो इस दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकती है।”

अनुष्का ने कहा, “शिक्षा का अधिकार बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके जीवन में आपके द्वारा किए जाने वाले अन्य सभी कार्यों का आधार है। शिक्षा आपको एक व्यक्तित्व के रूप में आकार देती है और भविष्य में आप क्या बनेंगे, यह बताती है।”

निर्देशक और पटकथा लेखक रुचि नारायण ने कहा, “जिम्मेदारी का अधिकार बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमें सशक्त बनाता है क्योंकि इसका मतलब है कि हम अपने भविष्य को बनाने में यह स्वीकार करते हैं कि हमारे आस-पास की दुनिया में हमारी भूमिका है और हम अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के लिए क्या छोड़ कर जा रहे हैं।”

अभिनेत्री शीना चौहान ने कहा, “ हम सभी स्वतंत्र और समान पैदा हुए हैं और यही अन्य अधिकारों का आधार है, जिससे एक समान और शांतिपूर्ण समाज की मजबूत नींव बनती है। यदि आप अपने अधिकारों को नहीं जानते हैं तो आप उनका उल्लंघन होने से कैसे रोक सकते हैं? यह पहले से कहीं अधिक लड़ने लायक लड़ाई है। इसलिए प्रत्येक आवाज मायने रखती है।”