डल झील में शिकारा पर बैठ दिलजीत ने ‘डल स्टार’ से की मजेदार बात, बोले- जो मेरे साथ रहता है, वो कहीं का नहीं रहता

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मुंबई, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ ‘धरती के स्वर्ग’ कश्मीर में खूबसूरत और सुकून भरे पल बिताते नजर आए। डल झील पर शिकारा की सवारी पर निकले दिलजीत ने कश्मीरी कहवा का लुत्फ उठाया। दिलजीत ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह ‘डल स्टार’ (नाविक) के साथ मजेदार अंदाज में गुफ्तगू करते नजर आए।

दिलजीत ने शिकारा में सवारी का आनंद लेते हुए एक वीडियो शेयर किया, जिसमें देखने लायक ना केवल खूबसूरत नजारा, बल्कि दोसांझ की मजेदार बातें भी हैं।

दोसांझ ने वीडियो साझा कर कैप्शन में लिखा, “डल झील स्टार मुस्ताक भाई का कहवा और अदनान भाई का रबाब (रबाब म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट को कहते हैं, जो कश्मीर में पाया जाता है।)

क्लिप में दोसांझ शिकारा (लकड़ी की नाव) पर कंबल ओढ़कर आराम करते हुए देखे जा सकते हैं, उनके पास बैठा एक शख्स रबाब बजाता दिखा रहा। वीडियो में एक स्थानीय चाय विक्रेता नाव से दोसांझ के पास आता है और एक खास अंदाज में उन्हें कहवा पिलाता है। बातचीत के दौरान चाय वाले ने कहा, “साब जी आप ग्लोबल स्टार हो और मैं डल स्टार हूं। ये खास कहवा है।

चाय वाले ने उत्सुकता से दिलजीत से उनके गृहनगर के बारे में पूछा। अभिनेता ने इस सवाल का जवाब मजेदार अंदाज में देते हुए कहा, “मैं सर कहीं नहीं रहता, मैं बस ऐसे घूमता रहता हूं। चायवाला उनके साथ वालों के बारे में भी पूछता है, तो इस पर वह कहते हैं “ये भी मेरे जैसे ही हैं, ये भी कहीं के नहीं हैं। मेरे साथ जो रहता है, वो कहीं का नहीं रहता है।“

हाल ही में दिलजीत ने बताया था कि वह पंजाब की स्पेलिंग में ‘यू’ की जगह ‘ए’ क्यों लिखते हैं? दिलजीत ने भारतीय राज्य पंजाब की स्पेलिंग को लेकर अपने खिलाफ ‘षड्यंत्र’ के बारे में भी बताया। एक लंबा नोट साझा कर उन्होंने बताया कि अंग्रेजी एक बहुत ही कठिन भाषा है।

उन्होंने लिखा, “पंजाबी। अगर मैंने ट्वीट में ‘पंजाब’ (यहां भी पंजाब लिखने के लिए उन्होंने ‘यू’ की जगह ‘ए’ का इस्तेमाल किया) लिखने के बाद गलती से भारत का झंडा नहीं लगाया तो यह एक साजिश बन जाती है। बेंगलुरु से एक ट्वीट में, मैं ‘पंजाब’ लिखने के बाद भारतीय ध्वज का उल्लेख करना भूल गया, इसे एक साजिश बना दिया गया।”

उन्होंने कहा, “अगर आप पंजाब में ‘यू’ की जगह ‘ए’ लिखेंगे तो यह ‘पंजाब’ ही रहेगा। पंज आब – 5 नदियां। शाबाश, जो लोग अंग्रेजों की भाषा में इस्तेमाल के इर्द-गिर्द षड्यंत्र रचते हैं। आप जानते हैं, मैं ‘पंजाब’ लिखूंगा। हम कितनी बार साबित करेंगे कि हम भारत से प्यार करते हैं? कुछ नया लाओ, या षड्यंत्र रचने के लिए ही तुम्हें पैसे मिलते हैं।“