नई दिल्ली, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संसद में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
बुधवार को ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की। अरविंद केजरीवाल खुद अपने हाथ में ‘बाबा साहेब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान’ लिखी तख्ती लेकर पैदल ही भाजपा मुख्यालय की तरफ बढ़े। उनके साथ वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, दिल्ली की सीएम आतिशी, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज समेत तमाम नेता नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने सबको बीच रास्ते में रोक दिया तो वो सड़क पर ही बैठ गए और विरोध जताया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान आम आदमी पार्टी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। बाबा साहेब के दिए हुए संविधान की वजह से आप लोग सत्ता में आए हो। अगर आपको बाबा साहेब के नाम से आपत्ति है तो अपनी सत्ता छोड़ दो। बाबा साहेब का अपमान करने के लिए अमित शाह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मंगलवार को संसद में देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब आंबेडकर का बहुत अपमान किया। उनका एक तरह से मजाक उड़ाया। देश के करोड़ों दलितों, गरीबों, कुचले, पिछड़े लोगों और वंचितों के लिए बाबा साहेब आंबेडकर भगवान से कम नहीं हैं। मरने के बाद पता नहीं कि स्वर्ग मिलता है या नहीं। लेकिन, आज इस पृथ्वी के ऊपर ऐसे करोड़ों वंचित इसलिए जिंदा हैं, क्योंकि बाबा साहेब आंबेडकर ने उन्हें संविधान में जीने और रहने का अधिकार दिया।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से अमित शाह ने बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया उससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। मैं खुद व्यक्तिगत तौर पर उन्हें अपना आदर्श मानता हूं। उनके बताए गए रास्ते पर चलने की कोशिश करता हूं। मुझे जब भी कभी जीवन में कठिनाई महसूस होती है तो उनकी जीवनी उठाकर पढ़ लेता हूं। उनका संघर्ष हमें प्रेरणा देता है। केवल मैं ही नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी भी बाबा साहेब आंबेडकर के जीवन और बताए गए रास्ते पर चलने की कोशिश करती है। मेरे जैसे करोड़ों लोग हैं, जिनके आदर्श बाबा साहेब आंबेडकर हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह के समर्थन में उतर आए, उससे ऐसा लगता है कि मंगलवार को जो अमित शाह ने कहा था, वह भाजपा की एक सोची हुई रणनीति थी। जिसके तहत संसद में बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया गया। अब यह साफ हो गया है कि भाजपा बाबा साहेब आंबेडकर के खिलाफ है, संविधान के खिलाफ है। अब भाजपा के जितने समर्थक हैं, उन्हें चुनना पड़ेगा कि या तो वो भाजपा के साथ हैं या बाबा साहब अंबेडकर के साथ हैं। वो दोनों के साथ नहीं हो सकते।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अमित शाह के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि जितने लोगों में रोष है, वह रोष खत्म तो नहीं हो सकता है, लेकिन, अगर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी तो लोगों का गुस्सा कम हो सकता है। हम देश के कोने-कोने में इस बात को लेकर जाएंगे कि किस तरह भाजपा और उनका शीर्ष नेतृत्व बाबा साहेब का अपमान कर रहा है। हम दिल्ली के घर-घर में इस बात को लेकर जाएंगे कि किस तरह बाबा साहेब का अपमान किया जा रहा है।