लाभार्थी ललिता ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जन मन आवास योजना’ के तहत सपना हुआ पूरा

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शिवपुरी, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। शिवपुरी में ‘प्रधानमंत्री जन मन आवास योजना’ के तहत आवास बनाए जा रहे हैं। इन आवासों में नल का पानी, बिजली, सड़क और सामुदायिक सुविधाएं जैसी आवश्यक सुविधाएं शामिल हैं।

‘प्रधानमंत्री जन मन आवास योजना’ के तहत सहरिया आदिवासी समुदाय के लिए पोहरी ब्लॉक में पहली जन मन आवासीय कॉलोनी बनकर तैयार हो गई है। बोदरा पंचायत में बनी इस कॉलोनी में 32 डुप्लेक्स शैली के घर हैं। इन घरों में पानी, बिजली, सड़क और सामुदायिक सुविधाएं शामिल हैं।

आदिवासी महिला ललिता का घर सबसे पहले बनकर तैयार हुआ। पक्का मकान पाने का उनका सपना पूरा हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है।

ललिता ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मैंने कॉलोनी बनाने की मांग की थी। वह पीएम मोदी ने पूरी कर दी है। बहुत ही सुंदर कॉलोनी बनकर तैयार हुई है। पीएम मोदी जो कहते हैं, वह करते हैं। प्रधानमंत्री जन मन आवास योजना के तहत सुंदर घर बनकर तैयार हुए हैं।

बता दें कि विशेष रूप से अतिपिछड़ी जनजातियों के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘पीएम जन मन योजना’ शुरू की गई है। शिवपुरी में लगातार नए आवास बनाए जा रहे हैं। 15 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हातोद ग्राम पंचायत में दो सहरिया आदिवासी महिलाओं से संवाद किया था। इस दौरान पीएम मोदी से संवाद के दौरान ललिता आदिवासी ने कॉलोनी बनाने की गुजारिश की थी। अब ललिता की गुजारिश पूरी हो गई है।

जनपद पंचायत के सीईओ गिर्राज शर्मा ने बताया कि यह शिवपुरी जिले की चौथी और पोहरी ब्लॉक की पहली जन मन कॉलोनी है। शिवपुरी जिले के कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी की भूमिका इस कॉलोनी के निर्माण में महत्वपूर्ण रही, जिन्होंने परियोजना के लिए जगह सुनिश्चित की।

उल्लेखनीय है कि 14 दिसंबर को प्रधानमंत्री जन मन योजना के तहत शिवपुरी जिले के कोटा गांव में आदिवासी समुदाय के 18 परिवारों को नए आवास प्राप्त हुए हैं। इस योजना का उद्देश्य विशेष पिछड़ी जनजातियों को मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें बेहतर जीवन सुविधाएं उपलब्ध कराना है। कोटा गांव में इन परिवारों के लिए एक नई कॉलोनी बनाई गई है, जिसे आदिवासी कॉलोनी भी कहा जा रहा है। इस कॉलोनी में पानी, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ बच्चों के लिए स्कूल की भी व्यवस्था की गई है। जिससे बच्चों को शिक्षा मिल सके और वह शिक्षित होकर मुख्यधारा में आ सकें।