लखनऊ, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश विधानसभा से पूरे सत्र के लिए निष्कासित किए जाने पर समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने कहा है कि मेरा निष्कासन विधानसभा अध्यक्ष द्वारा लिया गया है।
मैं यह कहना चाहता हूं कि सदन में नियम 56 के तहत, हम स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की चरमराती स्थिति के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे थे। नियम के तहत हम बोल रहे थे। लेकिन, भाजपा के वरिष्ठ मंत्रियों के द्वारा नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के विधायकों के खिलाफ गलत भाषा का प्रयोग किया है। इसे लेकर हम लोग आहत हैं। मैं कहना चाहता हूं कि यह लोग तानाशाही से लोगों को रोकना चाहते हैं, लेकिन जनता सब कुछ देख रही है। आने वाले समय में जनता हिसाब करेगी।
कांग्रेस के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा है कि इंडिया ब्लॉक में हम लोग शामिल हैं। विधानसभा घेराव का कार्यक्रम कांग्रेस का था। इंडिया ब्लॉक का जब प्रदर्शन होगा, तो समाजवादी पार्टी भी शामिल होगी।
अतुल प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग नहीं चाहते कि जनता के मुद्दों का समाधान हो, जनता बेहाल स्वास्थ्य सेवाओं से परेशान है, भाजपा के लोग आम जन के प्रति बिल्कुल चिंतित नहीं हैं, हम गरीब के सस्ते अच्छे इलाज के लिए हर जगह आवाज को उठाने का काम करेंगे। आज विधानसभा परिसर मे भाजपा की नीतियों के विरोध में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने बैठकर धरना दिया, जो हमारे नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के आह्वा्वान पर ख़त्म किया गया। हमारी मांग है की ग़रीब को उसका हक मिलना चाहिए।
दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा कि ग़रीब किसान मज़दूर की आवाज बुलंद करने की जिम्मेदारी मुझे हमारे क्षेत्र की महान जनता ने दी है। हम आज सस्ते, अच्छे इलाज की मांग सरकार से कर रहें हैं और सरकार के लोगों को इतनी दिक्कत क्यों है। ये नहीं चाहते की प्रदेश की जनता को अच्छा सस्ता ईलाज मिले। हम गरीबों की आवाज़ को निरंतर बुलंद करेंगे।