लाखों लोगों के लिए हरित, उज्जवल भविष्य का निर्माण ‘हम करके दिखाते हैं’ : गौतम अदाणी

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नई दिल्ली, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने गुरुवार को कहा कि कंपनी ऐसे वादे करती है जो न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के बारे में है बल्कि लाखों भारतीयों के लिए आशा, प्रगति और उज्जवल भविष्य का निर्माण भी करती है।

विंड टर्बाइन और रिन्यूएबल एनर्जी पर एक आउट ऑफ द बॉक्स (कुछ अलग सा) विज्ञापन इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसी विज्ञापन को लेकर गौतम अदाणी ने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया कि “परिवर्तन की हवा यहां हैं।”

अदाणी ग्रुप के चेयरमैन ने कहा, “हमारे काम में हमारे वादे निहित हैं। वादे जो केवल इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में नहीं हैं बल्कि आशा, प्रगति और उज्जवल कल के बारे में हैं। परिवर्तन की हवा यहां बह रही है। हम करके दिखाते हैं!”

1.30 मिनट का यह वीडियो, जिसका टैगलाइन है ‘पहले पंखा आएगा, फिर बिजली आएगी’, दर्शकों को आश्चर्यचकित करता है और यह भी दिखाता है कि कैसे क्लीन एनर्जी पर्यावरण को प्रदूषित किए बिना जीवन को रोशन कर सकती है।

यह छोटा लेकिन प्रभावी वीडियो एक गांव के युवा लड़के टमटू की कहानी बताता है, जो अपने पिता के साथ अंधेरे में रातें बिता रहा है और बिजली के अपने दरवाजे पर दस्तक देने का इंतजार कर रहा है।

बेहतर भविष्य बनाने की बात करें तो 2016 में, कंपनी ने तमिलनाडु में 648 मेगावाट कामुथी सोलर प्लांट पूरा किया, जो उस समय दुनिया की सबसे बड़ी सिंगल-साइट सोलर पावर प्रोजेक्ट था।

आज, ग्रुप पश्चिमी गुजरात के खावड़ा में एक और रिन्यूएबल एनर्जी (आरई) प्लांट का निर्माण कर रहा है।

यह पेरिस के आकार से 5 गुना से भी अधिक है और पूरा होने पर, यह 30 गीगावाट क्लीन एनर्जी उत्पन्न करेगा, जिससे यह दुनिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित ऊर्जा स्रोत बन जाएगा। यह प्लांट थर्मल और न्यूक्लियर ही नहीं हाइड्रोपावर से भी बड़ा होगा।

अदाणी ग्रीन एनर्जी की परिचालन क्षमता वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 34 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि के साथ 11,184 मेगावाट हो गई, जिसमें ग्रीनफील्ड एडिशन शामिल हैं। इसमें खावड़ा में 2,000 मेगावाट सोलर कैपेसिटी और 250 मेगावाट विंड कैपेसिटी, राजस्थान में 418 मेगावाट सोलर कैपेसिटी और गुजरात में 200 मेगावाट विंड कैपेसिटी शामिल है।

अदाणी ग्रीन 2030 के लिए 50 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है, जिसमें कम से कम 5 गीगावाट ऊर्जा भंडारण शामिल है।