नई दिल्ली, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 18 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। उन्होंने भारत के सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज के तौर पर अपने करियर का समापन किया। अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान ब्रिस्बेन टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद अपने संन्यास की घोषणा कर दी। इसके साथ ही अश्विन के संन्यास और भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के साथ दिलचस्प समानताएं भी जुड़ गई हैं।
अश्विन ने तब संन्यास लिया जब भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी। धोनी ने भी तब ही संन्यास लिया था जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी। दोनों ही मौकों पर भारतीय क्रिकेट टीम कंगारुओं के साथ टेस्ट सीरीज खेल रही थी। इतना ही नहीं, दोनों ही मौकों पर सीरीज पूरी नहीं हुई थी। अश्विन ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच के बाद संन्यास की घोषणा कर दी। वहीं धोनी ने भी तब तीसरे मैच के बाद संन्यास ले लिया था। वह चार मैचों की टेस्ट सीरीज थी।
दोनों दिग्गजों के संन्यास में गजब की समानता यह भी है कि अश्विन का संन्यास भी एक ड्रॉ टेस्ट (गाबा टेस्ट) के बाद आया तो वहीं धोनी ने भी तीसरा मैच ड्रॉ होने के बाद संन्यास की घोषणा की थी। एक बहुत बड़ी समानता दोनों खिलाड़ियों के संन्यास से जुड़े सरप्राइज फैक्टर की भी है। अश्विन का संन्यास अप्रत्याशित था। यह सार्वजनिक तौर पर पूर्व नियोजित नहीं था। ऐसे ही धोनी का संन्यास भी बेहद हैरान करने वाला था। वह तब कप्तान थे और उन्होंने संन्यास लेकर अचानक से विराट कोहली को टेस्ट कमान सौंपने की ओर अग्रसर कर दिया था।
धोनी ने हालांकि टेस्ट प्रारूप से ही संन्यास लिया था। वहीं अश्विन क्रिकेट के तीनों प्रारूपों को अलविदा कह चुके हैं। लेकिन धोनी और अश्विन की समानता यहीं पर समाप्त नहीं होती है। अश्विन का कहना है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का हिस्सा बने रहेंगे। धोनी ने भी क्रिकेट के तीनों प्रारूपों को अलविदा कहने के बाद आईपीएल का हिस्सा बना रहना स्वीकार किया है।
धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के सफल कप्तान रह चुके हैं। वह अब भी इसी टीम का अहम हिस्सा हैं। आईपीएल 2025 में धोनी सीएसके के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे। वहीं, अश्विन भी इस बार अपनी होम स्टेट बेस्ट फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ही खेलते हुए दिखाई देंगे। इस बात से यह संभावना भी प्रबल हो गई है कि ये दोनों दिग्गज पीली जर्सी में ही बतौर खिलाड़ी क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कहें। इस बार की बड़ी नीलामी में अश्विन को सीएसके ने 9,75 करोड़ रुपये की अच्छी रकम में खरीदा है।