नई दिल्ली, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले ऐसा दावा किया गया है कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने ईडी को पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की कथित शराब घोटाला मामले में मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है। इन दावों को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के अलावा दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज के साथ अन्य नेताओं ने खारिज कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने तो आदेश के कागज तक मांग लिए हैं।
इस पूरे मामले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल मुख्य आरोपी हैं, उन पर करोड़ों रुपये के कमीशन और घूसखोरी के आरोप हैं। अदालत ने उन्हें जेल भेजा था और फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जमानत पर बाहर आने वाला व्यक्ति अपने अपराधों से बरी नहीं हो जाता। जांच जारी है और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, अरविंद केजरीवाल की संलिप्तता की और परतें उजागर होंगी। दिल्ली में जिन्होंने शराब घोटाला किया है, उन्हें जेल जाना ही होगा। पब्लिक डोमेन में घोषणा हुई है तो इसके पेपर भी आएंगे।
आम आदमी पार्टी द्वारा डॉ. अंबेडकर स्कॉलरशिप की घोषणा पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि मैं अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि वे अब किसके लिए छात्रवृत्ति की घोषणा कर रहे हैं- उन्होंने पिछले दस सालों में ऐसा क्यों नहीं किया? उन्हें आज अचानक डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की याद क्यों आई? क्या वे कभी दिल्ली में बाबासाहेब आंबेडकर को समर्पित तीर्थ स्थल पर गए हैं? उन्हें जवाब देना चाहिए। अगर बाबा साहेब के सम्मान में पंच तीर्थ बनाने का काम किसी ने किया है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। यह केजरीवाल का शिक्षा का मॉडल ही है कि 9वीं और 11वीं के 3 लाख बच्चों को इसलिए निकाल दिया गया कि वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे थे। उस समय बच्चों का मनोबल बढ़ाने का समय था। स्कॉलरशिप के नाम पर आप दिल्ली की जनता को लॉलीपॉप दिखा रही है।