नई दिल्ली, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार में कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री एवं दिग्गज भाजपा नेता हर्ष मल्होत्रा ने आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली में चुनाव जीतने के बाद महिलाओं को 2,100 रुपये देने के वादे को चुनावी जुमला बताया। उन्होंने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पहले पंजाब में महिलाओं को एक-एक हजार रुपये देने का वादा पूरा करें, फिर दिल्ली की बात करें।
हर्ष मल्होत्रा ने रविवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की पूरी तैयारी है। पार्टी के कार्यकर्ता पूरी तरह तैयार बैठे हैं कि दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर हमारी पार्टी का विधायक होगा। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को लगातार धोखा दिया है और झूठे चुनावी वादे अभी तक कर रहे हैं। इसको लेकर भाजपा कार्यकर्ता एक-एक घर जाएंगे और दिल्ली सरकार के झूठ की पोल खोलेंगे। उन्होंने 2015 में 500 स्कूलों और 20 कॉलेजों का वादा किया था, लेकिन एक भी नहीं खुला। उन्होंने छात्रों को धोखा दिया। कोविड में लाखों लोग दिल्ली के अस्पतालों के बाहर छटपटाते हुए मर गए, केजरीवाल ने 20 अस्पतालों का वादा किया था, लेकिन एक भी अस्पताल नहीं खोल पाए।”
भाजपा नेता ने कहा, “अरविंद केजरीवाल अब भी दिल्ली की माताओं और बहनों को धोखा दे रहे हैं कि उनको 1,000 रुपये देंगे। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि झूठ बोलना बंद करें। पहले वह पंजाब की माताओं-बहनों को 1,000 रुपये दें, उसके बाद यहां पर वादा करें। उनके झूठ की पराकाष्ठा इतनी है कि वह एक हजार रुपये देने का वादा करते हैं और पूरी दिल्ली में 2,100 रुपये देने के बोर्ड लगते हैं। इसका साफ मतलब है कि वह सोच रहे हैं कि झूठ जितना भी बोलते जाओ, उसको पूरा तो करना नहीं है। ऐसे में 2,100 क्या 21,000 बोल दो। इसी तरह दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विधानसभा में आयुष्मान भारत योजना लागू करने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने उसे लागू नहीं किया है। पूरे देश में यह योजना लागू है, दिल्ली में लागू नहीं है। यह मुख्यमंत्री की मेज पर है।”
हर्ष मल्होत्रा ने कहा, “दिल्ली में वह संजीवनी योजना लागू करने की बात करते हैं। जब पीएम मोदी की आयुष्मान योजना पूरे देश में लागू है, तो दिल्ली के बजट से इस योजना को देने की क्या जरूरत है। वे आयुष्मान योजना की फाइल पर हस्ताक्षर करें और दिल्ली में केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना से लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने दिल्लीवासियों और यहां के विकास के लिए कुछ नहीं किया। अगर उनको माताओं-बहनों को पैसे देने थे और संजीवनी योजना लागू करनी थी, उन्होंने 10 साल पहले ऐसा क्यों नहीं किया। इससे साफ समझ में आता है कि वह झूठा चुनावी वादा कर रहे हैं, जो अब तक पंजाब में पूरा नहीं हुआ, वह अब दिल्ली में कैसे पूरा होगा।”