बिहार में ललन सिंह ने 821 अभ्यर्थियों को दिया नियुक्ति पत्र, कहा – ‘आत्मनिर्भर भारत में युवा शक्ति का बड़ा योगदान’

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पटना, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के 45 केंद्रों पर नवनियुक्त 71 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। ये नए कर्मचारी गृह मंत्रालय, डाक विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग सहित विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में शामिल होंगे।

बिहार की राजधानी पटना में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने राज्य के 821 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे।

ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प 2047 में विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने का है। उसमें सबसे बड़ा योगदान युवा शक्ति का होने वाला है। उन्होंने कहा, “अगर युवा शक्ति मजबूती के साथ देश निर्माण में लगेंगे तो आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत बनाने का सपना साकार होगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ रोजगार सरकारी सेवाओं के माध्यम से या सरकारी नौकरी से नहीं होते हैं। रोजगार के कई और प्रयास किए जा रहे हैं, जो क्रांतिकारी कदम हैं।

उन्होंने जोर देकर कहा, “नए स्टार्टअप, एमएसएमई के माध्यम से अवसर विकसित कर, लाखों नौजवानों को बड़ी-बड़ी कंपनियां पेड इंटर्नशिप कराकर कौशल विकसित कर रही हैं, जिससे वे अपना रोजगार प्रारंभ कर सकें। देश के युवा अपनी बल, मेहनत और प्रतिभा के दम पर आगे बढ़ रहे हैं और हम एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि रोजगार के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास कर रहा है। आज के रोजगार मेले में युवतियों की संख्या अधिक है, जो प्रधानमंत्री के महिला सशक्तिकरण पर जोर को दर्शाता है।

केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि ‘प्रगति यात्रा’ है तो प्रगति ही होगी। ‘प्रगति यात्रा’ में मुख्यमंत्री जिलों में जाते हैं, वहां देखते हैं कितना विकास का काम हुआ है और क्या-क्या काम करने की संभावनाएं हैं। इसके बाद उन संभावनाओं पर आगे काम होता है। यह यात्रा क्षेत्र की प्रगति होने की यात्रा है।

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से जुड़े एक सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि अगर कोई सपना देखता है तो उस पर कोई नियंत्रण नहीं है। सपना देखने की आजादी है।