कराकास, 3 फरवरी (आईएएनएस)। लैटिन अमेरिकी ब्लॉक के सदस्य देशों ने टैरिफ मुद्दे पर मैक्सिको के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने अमेरिका के ‘आरोप और हस्तक्षेप’ को अस्वीकार किया।
बोलिवेरियन एलायंस फॉर द पीपल्स ऑफ अवर अमेरिका-पीपुल्स ट्रेड ट्रीटी (एएलबीए-टीसीपी) ने एक बयान में ट्रंप प्रशासन की तीखी आलोचना की।
बयान में कहा गया कि वाशिंगटन का आरोप कि राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के नेतृत्व वाली मेक्सिको की सरकार ड्रग कार्टेल के साथ सहयोग करती है, ‘निराधार’ हैं।
वेनेजुएला के काराकस स्थित ब्लॉक ने कहा, “वे मेक्सिको को अपराधी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि हमारे क्षेत्र को प्रभावित करने वाली हिंसा और ड्रग्स तस्करी के संकट में अमेरिकी सरकार की ऐतिहासिक जिम्मेदारी को नजरअंदाज कर रहे हैं।”
ब्लॉक ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका आपराधिक समूहों को उच्च शक्ति वाले हथियारों का मुख्य आपूर्तिकर्ता है। इसकी लापरवाह स्वास्थ्य नीतियों और दवा कंपनियों की गैरजिम्मेदारी के कारण हर साल हजारों लोगों की जान जा रही है।”
ब्लॉक ने संगठित अपराध से निपटने के लिए मैक्सिकन सरकार के प्रयासों के साथ-साथ ‘सुरक्षा और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता’ के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।
ब्लॉक ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का उल्लंघन करने वाले एकतरफा अधिरोपण और कार्य अस्वीकार्य हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को दावा किया कि मेक्सिकन सरकार के आपराधिक संगठनों से संबंध हैं।
इस दावे को शीनबाम ने खारिज कर दिया और मेक्सिकन सरकार के ड्रग्स तस्करी और अन्य अपराधों से निपटने कोशिशों पर प्रकाश डाला
ट्रंप ने मैक्सिकन आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की भी घोषणा की। शीनबाम ने पलटवार करते हुए अमेरिकी वस्तुओं पर जवाबी टैरिफ का ऐलान किया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव और बढ़ गया।
व्हाइट हाउस के उन आरोपों को खारिज करते हुए शीनबाम ने जोर देकर कहा, “यदि कोई गठबंधन मौजूद है, तो वे संयुक्त राज्य अमेरिका के हथियार उद्योग में हैं, जो इन आपराधिक समूहों को हथियार बेचता है, जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग ने इस साल जनवरी में खुद पुष्टि की।”
शीनबाम ने कहा कि मेक्सिको किसी भी तरह के विदेशी हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “हम व्हाइट हाउस के इस निराधार दावे को सिरे से खारिज करते हैं कि मैक्सिकन सरकार आपराधिक संगठनों के साथ मिली हुई है, साथ ही हमारे देश के मामलों में हस्तक्षेप करने के किसी भी प्रयास को भी।”
कूटनीति के महत्व पर जोर देते हुए, शिनबाम ने संघर्ष के बजाय सहयोग को मैक्सिको की प्राथमिकता बताया।